Report By : Rishabh Singh, ICN Network
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के हॉस्टल में सालों से जमे हुए छात्रों को अब बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। हॉस्टल में रहने वाले छात्रों का रिकॉर्ड तैयार होगा और जो भी छात्र अब यूनिवर्सिटी से पढ़ाई नहीं रहे हैं, उनसे कमरे खाली कराए जाएंगे। जिससे कि यूनिवर्सिटी में आने वाले नए छात्रों को हॉस्टल अलॉट हो सके।
बीते दिनों यूनिवर्सिटी की नई वाइस चांसलर प्रो. नाईमा खातून ने यह आदेश जारी किए हैं। इसके बाद इंतजामिया की टीम इस अभियान में जुटी हुई है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय आए दिन आपराधिक गतिविधियों के कारण चर्चाओं में बनी रहती है। सूत्रों की माने तो यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में 20 हजार छात्र रह रहे हैं। इसमें बड़ी संख्या में बाहरी और पूर्व छात्र हैं, जो कैंपस में रहकर यहां का माहौल खराब करते हैं।
बाहरी और अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके छात्र यूनिवर्सिटी के अंदर माहौल खराब करते हैं। यूनिवर्सिटी के छात्रों को अपने साथ लेकर वह मार्च और धरना प्रदर्शन जैसी गतिविधियां भी करते हैं। जिससे पढ़ाई का माहौल बिगड़ता है। जांच में पूर्व छात्रों का नाम सामने आता है।
यह छात्र कई साल पहले अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके थे, लेकिन हॉस्टल में अब भी अपना डेरा बनाए हुए थे। जिसके चलते हॉस्टलों को खाली कराने की मुहिम शुरू की गई है। वाइस चांसलर के आदेश जारी होने के बाद कैंपस के अंदर अब लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जो छात्र छुट्टी में घर गए हैं, उन्हें भी नोटिस भेजे जा रहे हैं। जिससे वह तत्काल अपना कमरा खाली करें।