उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के अंतर्गत आज दनकौर परियोजना कार्यालय में “बाल विवाह को ना–चैम्पियन सम्मान” कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बाल विवाह की रोकथाम से संबंधित जानकारी प्रदान की गई। बताया गया कि 18 वर्ष से कम आयु की लड़कियों एवं 21 वर्ष से कम आयु के लड़कों का विवाह कानूनन अपराध है, जो बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और भविष्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव डालता है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से अपेक्षा की गई कि वे ग्राम स्तर पर इस संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाएँ, ताकि समाज में बाल विवाह जैसी कुप्रथा पर प्रभावी रोक लग सके।
चैम्पियन सम्मान के तहत युवाओं को खेलों में रुचि लेकर अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाने, तथा अपने ग्राम, जनपद, प्रदेश और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही पोषण माह के अंतर्गत बच्चों में बढ़ती मोटापा समस्या पर भी चर्चा हुई। वक्ताओं ने बताया कि जंक फूड, तैलीय एवं बाहर के खाने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बच्चों को घर का पौष्टिक भोजन जैसे हरी सब्जियाँ, दालें, मक्के के आटे की रोटी आदि खाने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि वे शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। कार्यक्रम जागरूकता, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के संदेश के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी दनकौर संध्या सोनी, मुख्य सेविका ममता तिवारी, पूनम रावत, किरन भारती तथा डा०अनंता श्रीवास्तव (प्राध्यापक, डिपार्टमेंट ऑफ बायोमेडिकल साइंसेज, स्कूल ऑफ बायोसाइंसेस एंड टेक्नोलॉजी, गलगोटियास यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा) उपस्थित रहीं