Report By : ICN Network
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की मौत और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है, जो पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संगठन है। हमले का मकसद कश्मीर में कथित जनसंख्या परिवर्तन का विरोध बताया गया है। हमलावरों ने विशेष रूप से गैर-मुस्लिम पर्यटकों को निशाना बनाया।
इस घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें सिंधु जल संधि का निलंबन, अटारी-वाघा सीमा का बंद होना, और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द करना शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने का संकल्प लिया है।
इस संदर्भ में, सीमा हैदर की भारत में मौजूदगी पर भी सवाल उठने लगे हैं। सीमा हैदर, जो पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आई थीं, की नागरिकता और सुरक्षा जांच के मुद्दे फिर से चर्चा में आ गए हैं। हालांकि, सरकार ने अभी तक इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की पुनः समीक्षा कर सकती हैं।