Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह शामिल हुए। उन्होंने कहा कि एक समय था जब छात्र किसी संस्थान में एडमिशन से पहले प्लेसमेंट को प्राथमिकता देते थे। एडमिशन का मतलब डिग्री और डिग्री का मतलब नौकरी होता था। शिक्षा यहीं तक सीमित थी।
उन्होंने कहा, आज युवा जिंदगी को इसमें बांधना नहीं चाहता है। वह कुछ नया करना चाहता है। उन्होंने कहा कि कभी डीयू में केवल 3 कॉलेज थे, आज 90 से ज्यादा हैं। कभी भारत की इकॉनमी खस्ता हालत में थी, आज दुनिया की टॉप 5 इकॉनमी में शामिल हो गई है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी गाइडिंग फोर्स है भारत की युवा शक्ति। युवा अब कुछ नया करना चाहता है. 2014 से पहले देश में कुछ सौ स्टार्टअप थे, अब भारत में स्टार्टअप की संख्या 1 लाख पार कर गई है।
आपको बता दें कि पीएम मोदी दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के शताब्दी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली मेट्रो से सफर कर पहुंचे थे. पीएम मोदी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी जाने के लिए मेट्रो से सफर किया और यहां सफर कर रहे लोगों से बात की।