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महाराष्ट्र-महाराष्ट्र दौरे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मुंबई में सबसे लंबे पुल अटल सेतु का किया उद्धघाटन

महाराष्ट्र-देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र दौरे पर आए हुए है ऐसे में पीएम मोदी 30,500 करोड़ रुपये के विकास की कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।जिनमे से सबसे खास है अटल बिहारी वाजपेयी शिवडी न्हावा-शेवा अटल सेतु यानी (MTHL) मुंबई ट्रांस-हॉवर्र लिंक जो देश का सबसे लंबा सेतु है जो 17 हज़ार 800 सो करोड़ रुपए की लागत से बनकर तय्यार हुआ है जिसका खुद पीएम मोदी ने अपने कर कमलों से उद्धघाटन किया है। MTHL को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है. देश का यह सबसे बड़ा सी ब्रिज अटल सेतु के नाम से जाना जाएगा। अटल सेतु मुंबई और नवी मुंबई को जोड़ने वाला देश का सबसे बड़ा ब्रिज है।

महाराष्ट्र के मुंबई में देश का सबसे लंबा सी ब्रिज बनकर तय्यार हो गया है ।अटल सेतु पुल की खासियत ये है कि 6 लेन समुद्री लेन है ।पुल पर 3-3 गाड़ियां आसानी से चल सकेंगी साथ ही वाहनों की आवाज़ भी कम होगी ताकि समुद्र में जीव जंतुओं को शोर गुल से परेशानी न हो ।समुंद्र की लंबाई 21.8 किमी दायरे में है।इस पुल पर वाहनों की आवाजाही से राहगीर आसानी से जल्द सफ़र तय कर सकेंगे।मुबई के अटल सेतु पुल से बनने से लोगो ने खुशी जाहिर की है।
मुंबई के लोगों के लोगों को मिला तोहफ़ा ।
मुंबई बहुप्रतीक्षित इंजीनियरिंग चमत्कार – मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल, शुक्रवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया।
एमटीएचएल या अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु – जो अरब सागर के ऊपर से गुजरता है – देश की सबसे चुनौतीपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक है।
दुनिया में इसी तरह के दो अन्य पुल चीन में हांग्जो बे ब्रिज (36 किलोमीटर) और सऊदी अरब में किंग फहद कॉजवे (26 किलोमीटर) हैं।


उद्घाटन समारोह के दौरान मोदी के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार भी मौजूद थे।
इंजीनियरिंग का चमत्कार, अटल सेतु, भौगोलिक बाधाओं के कारण उत्पन्न भूमि की कमी के मुद्दों को संबोधित करते हुए, मुंबई के द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ता है।यह न केवल आगामी नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, जेएनपीटी पोर्ट और मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे और मुंबई-गोवा राजमार्ग जैसे एक्सप्रेसवे तक त्वरित पहुंच प्रदान करता है, बल्कि पर्यटन, आर्थिक विकास और रोजगार के नए अवसरों को भी खोलता है।
यह इंजीनियरिंग उपलब्धि उन्नत जापानी तकनीक का उपयोग करती है, जो 16.5 किमी समुद्री खंड और भूमि पर 5.5 किमी ऊंची सड़क के साथ लगभग 21.8 किमी तक फैली हुई है।
यह परियोजना नवी मुंबई हवाईअड्डा अधिसूचित प्रभावित क्षेत्र (NAINA) में विकास को भी बढ़ावा देगी, जो शहर और औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (CIDCO) की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है।

यह परियोजना मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) के लिए वरदान साबित होगी।
यात्रा के समय को कम करने के अलावा, पुल आधुनिक और उन्नत प्रौद्योगिकी के एकीकरण के माध्यम से हमारे जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
पर्यावरणीय स्थिरता, दीर्घायु, सुरक्षा और प्रगति इस इंजीनियरिंग चमत्कार के मूलभूत उद्देश्यों में से है।

By ICN Network

Ankit Srivastav (Editor in Chief )

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