Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
बाराबंकी में IAS अफसर मधुमिता सिंह की सरकारी गाड़ी से पुलिसवालों ने जबरन लाल-नीली बत्ती उतरवा दी। बोनट खुलवाकर हूटर भी हटवाया। मधुमिता सिंह ड्यूटी से लौट रही थीं, तभी बत्ती देखकर पुलिसकर्मियों ने उनकी गाड़ी रोकी। उस वक्त IAS मधुमिता गाड़ी में बैठी थीं। पुलिस वालों ने ड्राइवर को फटकार लगाई। उसी से जबरन बत्ती भी उतरवाई। नसीहत दी कि दोबारा बत्ती लगाई तो कार्रवाई होगी।
IAS मधुमिता सिंह ने इसकी शिकायत डीएम से की। इस पर उन्होंने एसपी से पूरा वाकया बताते हुए नाराजगी जताई। एसपी ने बत्ती उतरवाने वाले पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। चेतावनी भी दी है।
IAS मधुमिता बाराबंकी में जॉइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं। बुधवार देर शाम वह ड्यूटी कर सरकारी गाड़ी से घर लौट रही थीं। पटेल तिराहे पर पुलिसवाले चेकिंग कर रहे थे। उन्होंने मधुमिता सिंह की गाड़ी रोकी। फिर ड्राइवर से बत्ती और हूटर लगाने का कारण पूछा। ड्राइवर ने IAS अफसर की गाड़ी होने की बात कही।
IAS अफसर मधुमिता सिंह जॉइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं। IAS ने परिचय दिया, फिर भी नहीं माने दरोगा ड्राइवर की पुलिसकर्मियों ने एक नहीं सुनी। उसे डांटते हुए गाड़ी से नीचे उतार दिया। यह देख IAS अफसर ने भी अपना परिचय पुलिस को दिया। इसके बाद भी पुलिसवाले नहीं माने। ड्राइवर से कहकर गाड़ी से लाल-नीली बत्ती उतरवा दी। इसका वीडियो भी वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बनाया।
मामले की शिकायत IAS मधुमिता सिंह ने डीएम सत्येंद्र कुमार से की। डीएम ने एसपी दिनेश कुमार सिंह से पुलिसकर्मियों की हरकत पर कड़ी नाराजगी जताई। एसपी ने IAS की गाड़ी से बत्ती उतरवाने वाले दोनों पुलिस कर्मियों- SSI विशुन कुमार शर्मा और SI मनोज कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया।
विशुन कुमार शर्मा नगर कोतवाली में SSI (वरिष्ठ उप निरीक्षक) पद पर तैनात थे। वहीं, SI (उप निरीक्षक) मनोज कुमार सिंह आवास विकास कॉलोनी के चौकी प्रभारी थे। एसपी ने दोनों पुलिसकर्मियों को हिदायत भी दी कि ऐसी गलती दोबारा न हो। चेकिंग के दौरान कार्रवाई करते समय नियमों का ध्यान रखें। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद पूरे प्रदेश में VIP कल्चर खत्म करने के लिए यूपी पुलिस अभियान चला रही है।