छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशो की 58 सीटों पर सुबह सात बजे वोटिंग शुरू हो चुकी है। पोलिंग बूथ पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें हैं। तपती गर्मी के कारण सुबह-सुबह वोट डालने की होर मची हुई। आज जिव 59 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं उनमें दिल्ली की सभी 7 सीटें भी शामिल हैं। इसके अलाव, उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, बिहार और पश्चिम बंगाल की 8-8 सीटों पर भी मतदान हो रहे हैं। छठे चरण में ओडिशा की 6 सीटों, झारखंड की 4 सीटों और जम्मू-कश्मीर में एक सीट पर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इस चरण में कुल 11.13 करोड़ मतदाता 889 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर शनिवार को 1.52 करोड़ से अधिक मतदाता 13637 बूथ पर अपनी पसंद का सांसद चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं। शुक्रवार को राजधानी के अलग-अलग हिस्सों से पोलिंग पार्टियां बूथों के लिए रवाना हुईं। एक लाख तीन हजार से ज्यादा कर्मचारियों को मतदान कार्य में लगाया है। भीषण गर्मी चुनौती भीषण गर्मी के कारण चुनाव आयोग के सामने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले मतदान प्रतिशत बढ़ाने की भी चुनौती रहेगी। 12 मई 2019 को हुए बीते लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 60.52 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस दिन अधिकतम पारा 39 डिग्री सेल्सियस रहा था। सीट वार बात करें तो नई दिल्ली सीट पर सबसे कम 56.87 फीसदी मतदान हुआ था।
लोकसभा सीट पर तेजी से मतदान हो रहा है और सुबह 11 बजे तक 18.36 लाख मतदाताओं में से 23 फीसदी से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया। अधिकारियों ने यहां बताया कि राजौरी विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 34.93 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि अनंतनाग और कुलगाम विधानसभा क्षेत्र ही दो इलाके हैं जहां अभी तक 15 प्रतिशत से कम मतदान दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि बिजबेहरा में एक घटना को छोड़कर पूरे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान सुचारू रूप से चल रहा है। इस निर्वाचन क्षेत्र के तहत पांच जिलों कुलगाम, अनंतनाग, पुंछ, शोपियां और राजौरी के 18 से अधिक विधानसभा क्षेत्र आते हैं।