नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में 22 ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं में सभी निर्माण पूरे होने के बाद भी रजिस्ट्री फंसी हुई है। कारण बिल्डरों की तरफ से बकाया न जमा किया जाना है। इन परियोजनाओं को नोएडा प्राधिकरण ने चिन्हित किया है, जिनमें करीब 5928 फ्लैटों की रजिस्ट्री फंसी हुई है। इन परियोजनाओं व बिल्डरों की सूची नोएडा प्राधिकरण ने तैयार करवा ली है।
इस सूची को जल्द सार्वजनिक किया जाएगा।प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक, फ्लैट खरीदारों के लिहाज से सबसे बड़ी समस्या फंसी हुई परियोजनाएं हैं। मतलब यह कि जिनमें बिल्डरों ने पैसा लिया हुआ है और निर्माण अधूरा है या टावर का काम बंद है। लेकिन 22 परियोजनाएं ऐसी हैं जिनमें निर्माण संबधी सभी काम भी पूरे हो चुके हैं।
अब इनमें बिल्डर बकाया जमा करें तो सीधे फ्लैट खरीदारों की रजिस्ट्री हो जाएगी। बिल्डरों को बकाया जमा करने के लिए कई मौके व राहत दी जा चुकी हैं। लेकिन इन परियोजनाओं के बिल्डर बकाया नहीं जमा कर रहे हैं।
दिसंबर-2023 में अमिताभकांत समिति की सिफारिशों पर आई जीरो पीरियड पॉलिसी में भी शामिल होकर इन बिल्डरों ने बकाया नहीं जमा किया।खास बात यह है कि इन ग्रुप हाउसिंग से जुड़ा कोई केस भी कोर्ट में नहीं चल रहा है। इनमें से कुछ परियोजनाओं में बिल्डरों की तरफ से पूर्व में बकाया जमा भी किया गया है और रजिस्ट्री भी हुई हैं। लेकिन बकाए के अनुपात में फ्लैटों की रजिस्ट्री फंसी हुई है। प्राधिकरण अब इस सूची का अंतिम परीक्षण करवाएगा फिर सार्वजनिक कर देगा।