Report By : ICN Network
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम को ट्रेडमार्क कराने के लिए दिया गया आवेदन वापस ले लिया है। कंपनी ने बताया कि यह आवेदन एक जूनियर कर्मचारी द्वारा बिना किसी अनुमति के गलती से दाखिल किया गया था। रिलायंस ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका इस नाम को ट्रेडमार्क कराने का कोई इरादा नहीं था, जिसे अब देश की वीरता और सैन्य कार्रवाई का प्रतीक माना जा रहा है।
यह मामला तब सामने आया जब भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले किए और उसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इसी नाम को लेकर मनोरंजन सेवाओं के अंतर्गत चार ट्रेडमार्क आवेदन किए गए थे, जिनमें से एक रिलायंस का था। कंपनी ने बयान में कहा कि वह सरकार और भारतीय सेना के साथ खड़ी है और ‘इंडिया फर्स्ट’ के सिद्धांत में पूरी निष्ठा रखती है।
इससे पहले भी 2016 में उरी हमले के बाद ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ जैसे नामों पर फिल्मों और अन्य कंटेंट के लिए ट्रेडमार्क कराए गए थे। ऐसा ही कुछ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ भी किया जा रहा था, ताकि इसका उपयोग किसी फिल्म या वेब सीरीज के लिए किया जा सके।
रिलायंस के अलावा मुंबई के मुकेश चेत्रम अग्रवाल, जम्मू के ग्रुप कैप्टन कमल सिंह (रिटायर्ड) और दिल्ली के वकील आलोक कोठारी ने भी इस नाम को ट्रेडमार्क कराने के लिए आवेदन दिए थे।