यूपी के बस्ती में जब लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे थे। कल कारखाने बंद हो गए। इससे लाखों लोगों की नौकरियां चली गई। ऐसी परिस्थिति में बस्ती की सरिता सावलानी ने कोरोना के बाद से ही खुद को आत्म निर्भर बनाने के लिय कड़ी मेहनत और लगन से आगे बढ़ कर खुद को आत्मनिर्भर बनाया। महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े होने में बड़ी कठिनाई होती है।
सामाजिक दबाव और घर से सपोर्ट न मिलने के कारण महिलाएं आगे नहीं बढ़ पाती, लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जिन्होंने भारतीय नारी की पारंपरिक पहचान जो किचन में रहने की है। उसे तोड़कर हजारों महिलाओं के लिए उदाहरण पेश किया है। बस्ती जनपद की सरिता सावलानी जिन्होंने कोरोना के बाद खुद के पैरों पर खड़े होने के लिए अपना बेकरी का व्यवसाय शुरू किया, और आज दूर-दूर से लोग उनके यहां से केक, पेस्ट्री, कप केक की खरीदारी करने आते हैं। जनपद के दक्षिण दरवाजा बस्ती की वाली के रहने वाली सरिता सावलानी से जब हमने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि वह इस कारोबार को अब आगे बड़े लेवल पर बढ़ाना चाहती हैं, और अन्य महिलाओं को भी उसमें जोड़कर व्यवसाय को एक वृहद रूप में संचालित करना चाहती हैं।