Report By : ICN Network
नोएडा में नकली पनीर बनाने और सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। सेक्टर-63 थाना पुलिस ने इस गिरोह के सरगना सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार रात पुलिस चेकिंग के दौरान सेक्टर-63 के सी-ब्लॉक में जब एक महिंद्रा पिकअप गाड़ी को रोका गया, तो उसमें 14 क्विंटल नकली पनीर लदा हुआ मिला। पूछताछ के दौरान पकड़े गए ड्राइवर और दो हेल्परों ने गिरोह की पूरी जानकारी दी, जिससे पुलिस मुख्य सरगना तक पहुंच सकी।
जानकारी के मुताबिक, ये लोग बीते छह महीने से अलीगढ़ के सहजपुरा गांव में एक अवैध फैक्ट्री चला रहे थे, जहां पेंटिंग में इस्तेमाल होने वाले रंग, कैमिकल, एग्री प्रोडक्ट्स और रिफाइंड तेल की मदद से नकली पनीर तैयार किया जा रहा था। यह पनीर दो प्रकार का होता था—एक कम चिकनाई वाला और दूसरा चिकनाई युक्त, जिसे नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद जैसे इलाकों में 180 से 220 रुपये प्रति किलो के दाम पर बेचा जा रहा था। जबकि इसकी लागत मात्र 35 से 40 रुपये प्रति किलो बैठती थी।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में ड्राइवर गुलफाम, और उसके दो साथी नावेद व इकलाख शामिल हैं। तीनों मूल रूप से अलीगढ़ जिले के रहने वाले हैं। पूछताछ में गुलफाम ने यह स्वीकार किया कि इस धंधे को उसके मालिक गुड्डू उर्फ हरीश और उसके भाई अफसर संचालित कर रहे हैं, जो दोनों भी सहजपुरा गांव के निवासी हैं। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां करीब दो बीघा ज़मीन पर फैली अवैध फैक्ट्री में पनीर बनते पाया गया, जहां से गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया गया।
फैक्ट्री से नकली पनीर बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और सामग्री भी बरामद की गई है। इनमें भारी मात्रा में स्किम्ड मिल्क पाउडर, रिफाइंड पामोलिन तेल, एग्री प्रोडक्ट्स के कट्टे, मिक्सर ग्राइंडर, मशीनें, रंग और केमिकल शामिल हैं। गुड्डू ने बताया कि पहले वह और उसका भाई फरीदाबाद में पनीर का वैध व्यवसाय करते थे, लेकिन अधिक मुनाफे के लालच में आकर उन्होंने नकली पनीर बनाना शुरू किया।
वे नकली पनीर दो तरीकों से तैयार करते थे—एक में स्परेटा दूध में रंग मिलाकर, और पानी में भिगोए गए एग्री प्रोडक्ट के बीज डालकर कम फैट वाला पनीर बनता था, जबकि दूसरे में स्किम्ड मिल्क पाउडर, रिफाइंड ऑयल और रंग मिलाकर चिकनाई युक्त पनीर तैयार किया जाता था। इस काम के लिए फैक्ट्री में अलग से मजदूर और सप्लाई स्टाफ भी रखा गया था। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थ बेचने, मिलावट और धोखाधड़ी जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।