एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स में संवाद कार्यक्रम में उमड़े सुझाव
ग्रेटर नोएडा के एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स परिसर में आज ‘समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश@2047’ संवाद कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें उद्यमियों, स्वयंसेवी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं और कृषकों ने अपने विचारों का खजाना खोला। इस महत्त्वाकांक्षी पहल के तहत 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य और भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाने के विजन को साकार करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए।
विकास की यात्रा: घर से शुरू, देश तक
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और नोडल अधिकारी मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव (पर्यटन, सांस्कृतिक एवं धर्मार्थ विभाग), ने जोशपूर्ण संबोधन में कहा कि ‘विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश@2047’ का सपना केवल सरकार का नहीं, बल्कि हर नागरिक की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने जोर देकर कहा, “विकास की यह यात्रा घर-परिवार से शुरू होती है। विकसित परिवार ही समाज को मजबूत बनाता है, और विकसित समाज से ही एक सशक्त राज्य और राष्ट्र का निर्माण होता है।” मेश्राम ने भारतीय संस्कृति और मूल्यों को संरक्षित रखने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि आर्थिक प्रगति के साथ-साथ सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों का संवर्धन भी अनिवार्य है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि वे अपने सुझाव क्यूआर कोड के माध्यम से सरकार तक पहुंचाएं, ताकि यह विजन जन-जन का बन सके।
जिलाधिकारी का आह्वान: हर वर्ग की भागीदारी जरूरी
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह विजन तभी हकीकत बनेगा, जब समाज का हर वर्ग—उद्यमी, व्यापारी, श्रमिक, कृषक, शिक्षक, और स्वयं सहायता समूह—समर्पण के साथ योगदान दे। उन्होंने आश्वस्त किया कि संवाद में प्राप्त सुझावों को संकलित कर मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, जो ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ का हिस्सा बनेंगे। जिलाधिकारी ने पहले दिन के प्रमुख सुझावों को साझा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन उद्यमियों और स्वयंसेवी संगठनों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
एलजी का योगदान: तकनीक और नवाचार का वादा
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के मैनेजर गगनदीप सिंह ने एक प्रभावशाली पावर प्रेजेंटेशन के जरिए कंपनी के उत्पादों और ‘विकसित भारत’ मिशन में उनके योगदान की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि कंपनी कैसे नवाचार और तकनीकी उत्कृष्टता के जरिए उत्तर प्रदेश और भारत के विकास में सार्थक भूमिका निभा सकती है।
प्रबुद्धजनों की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. शिवाकांत द्विवेदी, सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी दिनेश त्यागी, पूर्व कृषि निदेशक सोराज सिंह, और विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता अनिल कुमार गुप्ता ने भी शिरकत की। इन प्रबुद्धजनों ने उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं और कृषकों से गहन संवाद किया, उनके सुझावों को गंभीरता से सुना और ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ के सपने को हकीकत में बदलने के लिए प्रेरित किया।
आभार और भविष्य की राह
मुख्य विकास अधिकारी ने धन्यवाद ज्ञापन में सभी अतिथियों, उद्यमियों, स्वयंसेवी संगठनों और कृषकों का आभार जताया। कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी शिव प्रताप प्रवेश, जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी कुमुद चौधरी सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। यह संवाद न केवल विचारों का मंथन बना, बल्कि उत्तर प्रदेश को 2047 तक वैश्विक मंच पर सम्मानित और समृद्ध बनाने का एक ठोस कदम भी साबित हुआ।