Report By : Rishabh Singh, ICN Network
लखनऊ में 5 मंजिला दो मस्जिदों और एक मदरसे को प्रशासन ने मंगलवार देर रात ढहा दिया। अकबरनगर फेज-2 की इन मस्जिदों को ढहाने का काम रात में 4 घंटे किया गया ।इसके लिए 8 बुलडोजर लगे थे। पहले मस्जिदों के ग्राउंड फ्लोर की दीवारों को खोखला किया गया। धीरे-धीरे सारे पिलर तोड़े गए। आखिरी में केवल एक पिलर बचा था, बुलडोजर से इसे धक्का देते ही पूरी मस्जिद भरभराकर गिर गई।
मस्जिदों को गिराने के दौरान सिर्फ पुलिस और प्रशासन के लोग मौजूद रहे। बाहरी लोगों को हटा दिया गया। सुरक्षा को देखते हुए वहां से गुजरने वाले फ्लाईओवर का एक हिस्सा भी बंद कर दिया गया। दोनों मस्जिद और मदरसे को गिराने में करीब 4 घंटे लगे। इन दोनों मस्जिदों को सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से 2016-17 में बनवाया गया था।
दोनों मस्जिद को गिराने की तैयारी प्रशासन ने मंगलवार शाम 4 बजे शुरू कर दी थी। मस्जिद और मदरसे के पास से पहले मलबे को हटाया गया। फिर दो तरफ से नींव की खुदाई की गई। मस्जिद की नींव कमजोर हो गई। एक-एक पिलर को तोड़ा गया। एक तरफ ऊंचा स्लैब बनाया गया। फिर आखिरी पिलर को तोड़ते ही मस्जिद गिर गई।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियर ने बताया कि तीनों बिल्डिंग की हाइट ज्यादा थी, ऐसे में नॉर्मल तरीके से तोड़ने में काफी वक्त लग जाता। इसलिए, इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया।
प्रशासन ने कार्रवाई के दौरान वहां मौजूद एलडीए और पुलिस कर्मचारियों के मोबाइल निकालने और वीडियो बनाने पर पाबंदी लगा दी थी। प्रशासन को आशंका थी कि अगर तुरंत वीडियो सर्कुलेट हुआ तो कार्रवाई में दिक्कत आ सकती है। हालांकि, प्रशासन ने खुद ड्रोन से वीडियो शूट करवाए थे।
अकबरनगर फेज-एक और दो में अब अवैध अतिक्रमण को पूरी तरह से तोड़ दिया गया है। यहां अवैध रूप से बने 1,169 आवास और 101 कॉमर्शियल निर्माण ध्वस्त किए गए।
सपा सरकार में भूमाफियाओं ने कुकरैल नदी और बंधे के बीच अकबरनगर कॉलोनी बसा दी थी। 2012 से 17 के बीच कुकरैल नदी और बंधे के बीच बहुमंजिला इमारतें और बड़े-बड़े शोरूम खड़े कर दिए थे।