Report By-Asif Iqbal Ramnagar (UK)
उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नैशनल पार्क मे बाघो के हमले रुकने का नाम नही ले रहे है और यही वजह है कि आए दिन बाघ जंगल मे काम कर रहे मज़दूरों पर हमला करने से बाज़ नही आ रहे और यही वजह है कि बाघ ने एक मजदूर पर हमला करके अपना निवाला बना लिया है।इलाके के लोग बाघ की दहशत में जीने पर मजबूर नज़र आ रहे है ऐसे में कॉर्बेट पार्क प्रशासन की चिंता बढ़ना भी लाज़िम है।
कॉर्बेट प्रशासन ने एक बाघ को ट्रेंकुलाइज कर तो लिया है लेकिन यह कहना बहुत मुश्किल है कि यह वही बाघ है जिसने दोनों घटनाओ को अंजाम दिया।इसके लिए कोर्बेट प्रशासन DNA जांच करवा रहा है
गौरतलब है कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में मजदूरी का कार्य कर रहे मजदूर को एक बार फिर बाघ ने अपना निवाला बना लिया है। यह इस महीने में यह दूसरा मामला है जब बाघ ने मजदूर को अपना निवाला बनाया है। इसी महीने 12 नवंबर को एक मज़दूर को भी बाघ ने अपना निवाला बनाया था।
और सबसे ज़्यादा चिंता की बात यह है की सुरक्षा कर्मियों के सामने बाघ ने दोनों मज़दूरो को अपने निवाले बनाये जिससे कोर्बेट के सुरक्षा कर्मियों की मजदूरो की सुरक्षा की पोल भी खुल गयी है।
कोर्बेट प्रशासन ने एक बाघ को चिन्हित कर ट्रांकुलाइज़ कर ढेला रेस्क्यू सेंटर मे भेज दिया है।
लेकिन सवाल कोर्बेट प्रशासन पर खड़ा होता है की 12 नवंबर वाली घटना से सीख क्यों नहीं ली गयी और अब सुरक्षा मे क्यों चूक हुई की सुरक्षा कर्मियों की नज़रो के सामने से कैसे बाघ ढिकाला परिसर की सोलर फैंसिंग की सफाई करते मज़दूर को उठाकर ले गया