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UP-अलीगढ़ के कारीगर ने राम मंदिर के लिए देश का सबसे बड़ा ताला बनाकर की मिसाल पेश,पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वर्गीय सत्य प्रकाश शर्मी की थी प्रशंसा

यूपी के अलीगढ मे देश के सबसे बड़ा ताला बनाने वाले सत्य प्रकाश शर्मा का 66 वर्ष की उम्र में निधन हो गया,सत्य प्रकाश शर्मा और उनकी पत्नी ने 400 किलो का 10 फीट लंबा और 4 फीट चौड़ा राम मंदिर के लिए ताला बनाकर किया था तैयार, इस ताले की 30 किलो की चाबी 4 फीट लंबी है, 25 दिसंबर को ताला पहुंचना था राम मंदिर के लिए अयोध्या,17 सितंबर को दिल्ली में ताले को लेकर प्रधानमंत्री ने सत्य प्रकाश शर्मा और उनकी पत्नी से मिलकर बेहद तारीफ,राम मंदिर के लिए बुजुर्ग दंपति ने बनाकर हाथों से कई साल में तैयार किया था ताला,ताला कारोबारी के निधन के बाद घर के बाहर जुटी शुभचिंतकों की भीड़,अलीगढ़ के नौरंगाबाद इलाके के रहने वाले थे मृतक सत्य प्रकाश,
मृतक के भाई  रामप्रसाद शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि मेरे भाई सत्य प्रकाश शर्मा जो के ज्वालापुरी अलीगढ़ के रहने वाले हैं, राम मंदिर के लिए 400 किलो का बड़ा ताला बना रहे थे, उनकी इच्छा थी कि मैं ऐसा कोई काम करूं जो लोग मुझे याद रखे, इस ताले को लेकर वह तमाम नेताओं से मिले मगर कोई सहायता नहीं मिली, उसके बाद दिल्ली में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ताला दिखाए, प्रधानमंत्री ने भी ताले की काफी प्रशंसा की।

योगी जी से भी मिले उन्होंने भी बहुत प्रशंसा की, सभी नेताओं ने वादा किया था कि प्रशासन से इसके लिए मदद दिलवाएंगे, थोड़ी बहुत मदद भी मिली मगर पर्याप्त नहीं थी, ताला बनाते-बनाते उन्हें परेशानी हो गई, शुक्रवार की रात को उन्हें अचानक अटैक आया, उसके बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया, आज सुबह उनके अचानक निधन हो गया है,अब हमारी मान गए कि यह ताला कंप्लीट होकर जो उनका उद्देश्य था वह पूरा हो जाए, प्रशासन कुछ परिवार की सहायता कर दे

मृतक के पुत्र महेश चंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि मेरे पिताजी ने यह ताला 400 किलो वजन का बनाया था, राम मंदिर के लिए, 17 सितंबर को मोदी जी ने इस ताले को लेकर इन्हें सम्मानित भी किया था, यह ताला हमें अयोध्या राम मंदिर के लिए 25 दिसंबर तक पहुंचाना था, इस ताले की मदद के लिए हम लोगों ने मोदी जी से मुलाकात की थी, उन्होंने डीएम साहब को बोल दिया था, डीएम ने एसडीएम के लिए टाल दिया था, एसडीएम के पास कई चक्कर लगाए थे मगर कोई मदद नहीं हुई थी, अब हम यह चाहते हैं हमारे पिताजी की आखिरी इच्छा थी के ताला तैयार होकर राम मंदिर के लिए पहुंच जाए उसके लिए सरकार मदद कर दे

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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