Report By-krishna Kumar Gonda (UP)
यूपी के गोंडा में दो दिन पहले हुई बरसात के बाद ठंडक के मौसम में इजाफा हुआ है और अब ठंडक होने लगी है लेकिन नवजात शिशु और 6 वर्ष से कम आयु के शिशु में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के चलते उनको ज्यादा बीमारी होने का खतरा बना रहता है जिसके चलते बच्चे अधिक बीमार होते हैं शरद मौसम बच्चों को बीमारियों से बचने के लिए गोंडा के बाल रोग विशेषज्ञ घनश्याम गुप्ता ने कई महत्वपूर्ण टिप्स बताएं।
एक ठंडक के मौसम में छोटे बच्चों को ठंड लगने के बाद निमोनिया और धमाका खतरा ज्यादा रहता है इससे बच्चे ज्यादा बीमार होते हैं बच्चों को ठंड से बचने के लिए हल्के गर्म कपड़े पहनने के साथ उनके पूरे शरीर को गर्म कपड़ों से तक देना चाहिए जैसे सर में टोपी और पैर में मौजा पहनना चाहिए जिससे बच्चों के हाथ पैर मुंह करते रहें और कोई प्रकार की दिक्कत ना हो।वीओ:- बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर घनश्याम गुप्ता ने बदलते सर्द के मौसम में नवजात शिशु और छोटे बच्चों के सर्द से होने वाले बीमारियों के बारे में बताते हुए कहा कि इस समय सर्दी जुकाम के साथ निमोनिया के मामले बढ़ रहे हैं ठंड से बचने के लिए बच्चों को गर्म कपड़े पहनना चाहिएसबसे ज्यादा तो सांस से जुड़ी बीमारियां होती हैं और छोटे बच्चों नेट अधिक ठंड होने के चलते बाकी शरीर की एक्टिविटी काम हो जाती है उनके वजह से बच्चे सांस रोकने लगते हैं जो 6 महीने से कम उम्र के बच्चे होते हैं ठंड होने की वजह से उनकी एक्टिविटी कम होने लगती है इस समय निमोनिया की समस्या ज्यादा होती है दमा की दिक्कत होने के साथ दम वाली बीमारी हो जाती है ठंड में बहुत सावधानी बरतनी की जरूरत है ठंड की शुरुआत हो गई है बच्चों को फुल आस्तीन के कपड़े पहनना चाहिए और उनके पूरे शरीर को ठक देना चाहिए जैसे सर में टोपी लगा दें और पैर में मोजे पहनना चाहिए कुछ लोग छोटे बच्चों को ज्यादा मोटे कपड़े पहना देती है जिससे बच्चों में दिक्कत हो जाती है छोटे बच्चों को पतले गर्म कपड़े पहनना चाहिए हल्के गर्म कपड़े पहनाएंगे तो बच्चे के हाथ पैर मूव करेंगे और कोई दिक्कत नहीं होगी।