Report By-Ompal Singh Rampur(UP)
यूपी के रामपुर की अगर बात करे तो एक वक्त था जब पूरे हिंदुस्तान के कोने कोने में रामपुर का चाकू बेहद मशहूर था लेकिन चाइना के सस्ते चाकू के सामने रामपुरी चाकू के कारोबार पर बेहद असर पड़ा है और यही वजह है अब रामपुर में चाकू की दुकान महज़ इक्का दुक्का ही नज़र आ रही है देखिए रामपुर से हमारे संवाददाता की खास रिपोर्ट तेज़ धार के लिए पूरी दुनियां में मशहूर रामपुरी चाकू की धार कारोबारी तौर पर खुटटल पड़ गई है।
रामपुर के चाकू कारोबारियों ने बताया बीते 40 वर्ष पहले यहां पूरा बाजार चाकू बाजार के नाम से हुआ करता था, आज मात्र 2 दुकाने पूरे बाजार में बचीं हैं, उस दौरान घर घर में चाकू बनता था लेकिन आज चाकू का काम बहुत कम बिक रहा है सरकारों का भी कोई बड़ा योगदान नहीं मिला जिसकी वजह से तेज़ चाकू की धार कारोबारी तौर पर कुंद हो गई चाकू बनाने वाले ज्यादातर लोग रिक्शा चला रहे हैं तो कोई ताला कैंची अन्य चीजें बेचकर अपनी जीविका को चला रहा है। एक बुजुर्ग चाकू कारोबारी जिन्हें कर्नल पापा के नाम से सब जानते हैं उन्होने स्पष्ट कहा कि हमको कोई लाभ सरकारों से नहीं मिला ना ही किसी ने हमको सरकार से कर्ज दिलाया हमने कई बार जिला उधोग केंद्र में जाकर पता किया वहां किसी ने हमको स्पोट नहीं किया । योगी सरकार में एक चाकू चौक बना है जिससे पता चलता है ये रामपुरी चाकू तेज धार के लिए जाना जाता है लेकिन कारोबारी तौर पर चाकू की धारा कुंद है, थोड़ा बहुत काम चल रहा है। जिसकी वजह से यहां पर दो दुकाने बचीं हैं। दूसरे चाकू कारोबारी ने बताया 40 वर्ष पहले 15 से बीस हजार चाकू बनाने वाले थे आज एक।दर्जन मात्र नाम के लिए हैं। चायना के चाकू ने रामपुर के चाकू की धार कुंद की सरकार ने कारोबारी तौर पर धार को मजबूत नहीं किया अगर किया होता तो आज रामपुर का चाकू देश के बाजारों में बिकता आज नहीं बिक रहा जो बिक रहा है नाम मात्र के लिए ही बिक रहा है रामपुर के चाकू कारोबारी फिलहाल दूसरे कारोबार से जुड़ गए हैं उन्हें आज भी उम्मीद है रामपुरी चाकू की धार कारोबारी तौर पर सरकार तेज करेगी।