Report By : ICN Network
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ती तनाव की पृष्ठभूमि में प्रदेश के सभी 75 जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने के निर्देश दिए हैं। इस निर्देश के तहत उत्तर प्रदेश में इंटर्नल सिक्योरिटी (आंतरिक सुरक्षा) को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।
मुख्यमंत्री के आदेशानुसार, सभी जिलाधिकारियों, पुलिस कप्तानों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की कमी न रहने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का समय रहते पता लगाया जा सके।
साथ ही, सभी जिलों में एलसीएएम और डीएसकेसी जैसे सुरक्षा समन्वय समितियों को प्रभावी ढंग से काम करने को कहा गया है। ये समितियां स्थानीय स्तर पर सुरक्षा को मजबूत करने और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने का काम करेंगी।
सीएम योगी ने अधिकारियों को कहा है कि वे विशेष तौर पर सीमावर्ती और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की मौजूदगी बढ़ाएं। इसके अलावा, सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल और सूचना साझा करने के लिए भी कदम उठाएं जाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन को सामाजिक माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए समुदायों के साथ संवाद कायम रखना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह या तनाव पैदा न हो। इसके लिए आवश्यक जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएं।
प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए भी पहल की है कि सुरक्षा व्यवस्था को आधुनिक तकनीक और संसाधनों से लैस किया जाए। इस दिशा में सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी और डेटा एनालिटिक्स का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा।
इस अभियान का उद्देश्य न केवल संभावित आतंकवादी खतरों से निपटना है, बल्कि राज्य के नागरिकों को सुरक्षा का विश्वास देना भी है। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को हिदायत दी है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाएं और प्रदेश की सुरक्षा को सर्वोपरि रखें।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब देश के बाहर राजनीतिक और सैन्य दबाव बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल राज्य के लिए सुरक्षा कवच साबित होगी और संभावित संकटों को टालने में मदद करेगी।