Report By-Waheed Ahmad Mahoba (UP)
यूपी के महोबा जिले में बेटी पैदा होने की सजा एक विवाहिता को मिली है। पति ने तीन बेटियों सहित पत्नी को मारपीट कर घर से बेघर कर दिया। ऐसे में विवाहिता इंसाफ की गुहार लगाती अधिकारियों की चौखट के चक्कर लगा रही है। एक के बाद एक तीन पुत्रियां पैदा होने के कारण उसे पर यह सितम सहना पड़ रहा है। अब इस मामले में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पीड़िता द्वारा तहरीर देने के बाद एएसपी ने उक्त मामले में जांच के निर्देश भी दिए हैं। वही पुलिस के अफसरों का कहना है कि पीड़िता का पति किसी दूसरी महिला के चक्कर मे पूरे मामले की जाँच पड़ताल की जा रही है।
आज 21वीं सदी में जहां इंसान चांद में घर बनाने की सोच रहा है वहां आज भी ओछी मानसिकता और छोटी सोच के लोग लड़की के पैदा होने पर अपने परिवार को ही बर्बाद करने में तुले हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद के कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत जैतपुर कस्बे में देखने को मिला जहां एक के बाद एक तीन पुत्रियां पैदा होने पर पति ने बच्चियां सहित अपनी पत्नी को मारपीट कर घर से बेघर कर दिया है। दरअसल आपको बता दे कि शहर के मोहल्ला समद नगर में रहने वाले असगर हुसैन ने 10 वर्ष पूर्व अपनी बेटी सबीना परवीन का विवाह जैतपुर कस्बा निवासी हजरत के साथ किया था। इस शादी में गरीब पिता ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान दहेज भी दिया लेकिन आरोप है कि कम दहेज को लेकर शादी के बाद से ही सबीना को अक्सर पति और ससुरालीजन ताने देकर प्रताड़ित करते यही नहीं उसके साथ मारपीट भी की जाती रही। लेकिन सबीना परवीन को उम्मीद थी कि वक्त के साथ सब ठीक हो जायेगा। शायद बच्चा पैदा होने के बाद उसके पति के बर्ताव में अंतर आ जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सबीना की एक बेटी पैदा होने के बाद पति और ससुरालियों की कुरूरता और बढ़ गई और उसके साथ मारपीट का सिलसिला भी बढ़ता चला गया। सबीना बताती है कि इस दरमियान एक के बाद एक उसकी तीन बेटियां हो गई जिससे पति की नफरत भी बढ़ती चली गई। पुत्र की चाह में पति उसके साथ मारपीट करता और सार्वजनिक उसे अपमानित भी करता। वर्तमान में सबीना के तीन बेटियां हैं। सबीना बताती है कि विवाह के बाद से ही कम दहेज को लेकर उसे प्रताड़ित किया जाता रहा और तीन बेटियां पैदा होने के बाद अब उसे बेघर कर दिया। उसे लड़की पैदा करने पर बार बार अपमानित किया जाता रहा। सबीना की 11 वर्षीय पुत्री जोया अख्तर, 7 वर्षीय शेजल और 5 वर्ष की आयशल है। तीनों मासूम बच्चियों को एक जोड़ी कपड़ो में मां के साथ बेघर कर दिया गया। इन बच्चियों को ये भी नही पता कि उसका अपना पिता उन्हें किस जुर्म की सजा दे रहा है। सिर्फ लड़की होने की सजा झेल रही मासूम बच्चियां मां के साथ दर दर की ठोकरें खा रही है।
बेबस पिता असगर हुसैन बताता है कि उसने 10 वर्ष पूर्व अपनी पुत्री सबीना का विवाह कर खुशी खुशी विदा किया था मगर उसे नही पता था कि उसके साथ इस कदर हैवानियत होगी और बेटी पैदा होने की सजा उसे मिलेगी। पूर्व में समाज के लोगों ने इसको लेकर पंचायत भी की तो थाने में भी आपसी समझोता हो चुका है मगर कठोर दिल के दामाद का दिल नहीं पसीजा जिसके कारण उनकी बेटी और बच्चियों के साथ मारपीट होती रही। अब सभी को घर से निकाल दिया है। स्थानीय पुलिस से नाउम्मीद पीड़िता ने अब एसपी कार्यालय में इंसाफ की गुहार लगाई है। लिखित प्रार्थना पत्र देकर पति और ससुरालियों पर कार्यवाही की मांग की है।
इस पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक सत्यम ने बताया कि पीड़िता द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया गया है जिसमे बताया गया है कि पति ने मारपीट कर उसे बेघर कर दिया। इसको लेकर जांच और कार्यवाही के निर्देश कोतवाली पुलिस को दिए गए है।