Report By : Rohit SIKHOLA ,HARIDWAR (UK)
Uttarakhand : मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री दीया मिर्जा परिवार के साथ ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन पहुंचीं। परमार्थ गुरुकुल के ऋषि कुमारों और आचार्यों ने शंख ध्वनि और वेद मंत्रों से दीया मिर्जा, उनके पति वैभव रेखी और बच्चों का अभिनंदन किया।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती के साथ अभिनेत्री दीया मिर्जा ने सपरिवार विश्व विख्यात परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में भाग लिया। परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों और आचार्यो ने शंख ध्वनि और वेद मंत्रों से दीया मिर्जा, उनके पति श्री वैभव रेखी और बच्चों का अभिनन्दन किया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती के पावन सान्निध्य में अभिनेत्री दीया मिर्जा ने सपरिवार विश्व विख्यात परमार्थ निकेतन गंगा आरती में सहभाग किया। अभिनेत्री दीया मिर्जा ने ‘सभी जानवर इच्छा से पलायन नहीं करते’ इस अभियान की शुरूआत की थी। दीया मिर्जा का मानना है कि वन्य जीवों को दुनिया भर में खतरे का सामना करना पड़ रहा है और दुनिया भर के अवैध बाज़ारों में भारत की वनस्पति और जीव जंतुओं की मांग लगातार बढ़ती जा रही है।
वन्य जीवों के अवैध व्यापार के कारण कई प्रजातियाँ लुप्त होने की कगार पर है। दुनिया भर में संगठित वन्य जीव अपराध की श्रृंखलाएँ फैलती जा रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप न केवल यह उद्योग फल-फूल रहा है, बल्कि भारत में वन्य जीवों के अवैध व्यापार में काफी तेज़ी भी आई है इसलिये ‘सभी जानवर इच्छा से पलायन नहीं करते’ अभियान की शुरूआत की गयी थी जिसका उद्देश्य जनसमुदाय को जागरूक करना ताकि वन्य जीवों का संरक्षण हो तथा उनकी रक्षा, तस्करी रोकने एवं वन्य जीव उत्पादों की मांग में कटौती लाने हेतु जन समर्थन जुटाना है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि फिल्मों में अभिनय के साथ समाज, पर्यावरण, वन्यजीवों और मानवता के लिये कार्य करना अद्भुत है वास्तव में आज समाज को ऐसे ही पर्यावरण राजदूतों की जरूरत है। स्वामी जी ने कहा कि ‘जीवन के लिये जंगल’ अत्यंत आवश्यक है, जगंल है तो जीवन है, जगंल है तो प्राणवायु आक्सीजन है, जंगल है तो जल है और जल है तो जीवन है।