2025 में भारतीय रेलवे का बड़ा कदम: कश्मीर जुड़ने से यात्रियों को नई सौगात भारतीय रेल 2025 में यात्रियों के लिए कई नई सुविधाएं और बड़ी सौगातें लेकर आ रहा है। इनमें सबसे खास कश्मीर को देशभर के अन्य रेल मार्गों से जोड़ने की योजना है। श्रीनगर-कटरा रेल मार्ग पूरी तरह तैयार हो चुका है, और इस पर ट्रायल शुरू हो गया है। ट्रायल सफल होते ही इस मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी जानकारी के अनुसार, पहली ट्रेन माता वैष्णो देवी कटरा से बारामूला के बीच चलाई जाएगी, और यह वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। यह ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और कश्मीर के कठिन मौसम को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है। सर्दियों में जब श्रीनगर और आसपास का तापमान शून्य तक पहुंच जाता है, वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के लिए एक आरामदायक और सुरक्षित विकल्प होगी कटरा से बनिहाल तक का 111 किमी लंबा रेल सेक्शन, जो इस परियोजना का सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है, बनकर तैयार हो चुका है। इस लाइन का लगभग 97.34 किमी हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरता है, जो इसे तकनीकी रूप से एक बड़ी उपलब्धि बनाता है। साथ ही, इस मार्ग पर विश्व का सबसे ऊंचा चिनाब ब्रिज भी स्थित है, जहां से ट्रेन गुजरेगी 2025 में रेलवे की यह पहल न केवल कश्मीर को शेष भारत से जोड़ेगी, बल्कि यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और आधुनिक सफर का अनुभव भी कराएगी। यह भारतीय रेल के विकास का एक महत्वपूर्ण कदम है
2025 में रेलवे की सौगात, स्लीपर-एसी क्लास यात्रियों को मिलेगी अधिक सुविधा और आराम
2025 में भारतीय रेलवे का बड़ा कदम: कश्मीर जुड़ने से यात्रियों को नई सौगात भारतीय रेल 2025 में यात्रियों के लिए कई नई सुविधाएं और बड़ी सौगातें लेकर आ रहा है। इनमें सबसे खास कश्मीर को देशभर के अन्य रेल मार्गों से जोड़ने की योजना है। श्रीनगर-कटरा रेल मार्ग पूरी तरह तैयार हो चुका है, और इस पर ट्रायल शुरू हो गया है। ट्रायल सफल होते ही इस मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी जानकारी के अनुसार, पहली ट्रेन माता वैष्णो देवी कटरा से बारामूला के बीच चलाई जाएगी, और यह वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। यह ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और कश्मीर के कठिन मौसम को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है। सर्दियों में जब श्रीनगर और आसपास का तापमान शून्य तक पहुंच जाता है, वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के लिए एक आरामदायक और सुरक्षित विकल्प होगी कटरा से बनिहाल तक का 111 किमी लंबा रेल सेक्शन, जो इस परियोजना का सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है, बनकर तैयार हो चुका है। इस लाइन का लगभग 97.34 किमी हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरता है, जो इसे तकनीकी रूप से एक बड़ी उपलब्धि बनाता है। साथ ही, इस मार्ग पर विश्व का सबसे ऊंचा चिनाब ब्रिज भी स्थित है, जहां से ट्रेन गुजरेगी 2025 में रेलवे की यह पहल न केवल कश्मीर को शेष भारत से जोड़ेगी, बल्कि यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और आधुनिक सफर का अनुभव भी कराएगी। यह भारतीय रेल के विकास का एक महत्वपूर्ण कदम है