यूपी के गाजियाबाद की फुटपाथ पर शाम के समय वैशाली मेट्रो स्टेशन पर एक महिला की ओर सभी का ध्यान अपने आप आकर्षित हो जाता है। मोहिनी नाम की ये महिला सड़क किनारे बैठकर स्कैच आर्ट बनाने का काम करती है। इनकी उंगलियों के हुनर देखकर वहां से गुजरने वाले हर कोई दांतों तले उंगली चबा लेता है। लेकिन जितना सुंदर आर्ट मोहिनी बनाती है उतने ही संघर्ष से इनका जीवन घिरा हुआ है।
मोहिनी ने बताया कि बचपन से ही उन्हें आर्ट बनाने में काफी मजा आता था। शुरुआत में स्कूल और घर की दीवारों, खिड़की और दरवाजों पर मोहिनी आर्ट बनाया करती थी। जिस कारण से घर वाले और स्कूल के अध्यापकों का गुस्सा झेलना पड़ता था। धीरे-धीरे मोहिनी इस कला में माहिर होती चली गई और आज स्केच के कारण ही उनका घर चल रहा है। मोहिनी बताती हैं कि कहीं किसी भी इंस्टिट्यूट में फाइन आर्ट का कोर्स नहीं किया बल्कि यह टैलेंट उनके अंदर गॉड गिफ्टेड है। लोगों को उनके बनाये गए स्कैच काफी पसंद आते है। मोहिनी से लोग अपना लाइव स्कैच बनवाना भी पसंद करते है।डिवोर्स के बाद स्कैच का सहाराकागजों पर रंग बिखेर कर दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाली मोहिनी की खुद की जिंदगी बेरंग हो गई है। दरअसल वर्ष 2021 में मोहिनी का डिवोर्स हो गया। इसके बाद एक बेटी के भरण-पोषण की जिम्मेदारी भी इसी मां के कंधों पर आ गई। कुछ वर्षों तक निजी कंपनियों में मोहिनी ने नौकरी की, लेकिन ऐसे में अपनी बेटी को टाइम देना उनके लिए मुश्किल हो रहा था. इसके बाद इस आर्टिस्ट ने अपना ब्रश उठाया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज स्कैच के जरिए ही मोहिनी अपनी बेटी का भरण-पोषण कर रही है।सस्ते में बनवा सकते है स्केचअगर आपको भी अपना या अपने किसी चाहने वालों को एक शानदार सरप्राइज देना है तो आप स्कैच दे सकते हो। सिर्फ 300 रुपये में आपको स्केच मिल जाता है और अगर चारकोल में स्केच बनाना है तो 500 रुपये चार्ज किए जाएंगे। मोहिनी कई प्रकार के स्कैच बनाती है जिनमें इमेजिनेशन पेंटिंग, ग्लास पेंटिंग, कैनवास पेंटिंग और पोट्रेट स्कैच आदि शामिल है।