दरअसल, क्रिसमस के मौके पर PM आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में लंबी कूद की महान खिलाड़ी अंजू ने कहा कि एक खिलाड़ी के रूप में मैंने लगभग 25 वर्षों तक प्रतिस्पर्धा की और मैं बहुत सारे बदलाव देख रही हूं। जब मैंने 20 साल पहले भारत को पहला वैश्विक पदक दिलाया था तो मेरा विभाग भी मुझे पदोन्नति देने के लिए तैयार नहीं था। लेकिन नीरज (चोपड़ा) के पदक जीतने के बाद मैंने बदलाव देखे हैं… जिस तरह से हम जश्न मना रहे हैं… मैं उनसे ईर्ष्या करती हूं क्योंकि मैं गलत युग में थी। बस अंजू का इतना कहते ही पीएम मोदी खिलखिला उठे। उन्हें पता था कि एक टॉप एथलीट का यह कहना कितना अहम है। आपको बता दें कि ये पहला मौका नहीं है, जब किसी एथलीट ने खेल के प्रति लगाव और उत्साह बढ़ाने को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की है। महिला सशक्तिकरण को लेकर क्या बोली अंजू
इस दौरान पेरिस में 2003 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंबी कूद स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाली अंजू ने महिला सशक्तिकरण को लेकर कहा कि कैसे देश अब एथलीटों की उपलब्धियों का भी जश्न मनाता है। महिला सशक्तिकरण अब सिर्फ एक शब्द नहीं है। हर भारतीय लड़की सपने देखने के लिए तैयार है और उन्हें पता है कि उनके सपने सच होंगे।