कानपुर शहर भी पर्यटन का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। बीते वर्ष की अपेक्षा इस साल की पर्यटन विभाग की रिपोर्ट सामने आने के बाद इसका खुलासा हुआ है। बीते साल कानपुर शहर में पर्यटकों की तादाद में 25 फ़ीसदी का इजाफा हुआ है। आंकड़े बताते हैं, कि साल 2023 में कानपुर शहर में 25 लाख पर्यटक अलग-अलग स्थान पर घूमने के लिए पहुंचे।
कानपुर शहर की कुछ खास जगह है। जहां पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचे। शहर अपने अंदर औद्योगिक नगरी होने के साथ-साथ ऐतिहासिक नगरी होने का भी तग्मा रखती है। लेकिन कानपुर की पहचान धीरे-धीरे पर्यटन स्थल के तौर पर भी बढ़ रही है। आंकड़ों की बात की जाए ,तो सबसे ज्यादा पर्यटकों को कानपुर का बिठूर सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। बिठूर अपने आप में धार्मिक और आध्यात्मिक छवि को प्रस्तुत करती है। इसके साथ ही चिड़ियाघर जो 70 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित है ,जिसमें जंगल सफारी भी शुरू कर दिया गया है।
धार्मिक स्थलों की बात की जाए तो कानपुर का आनंदेश्वर मंदिर, शिवराजपुर का खेरेश्वर मंदिर और भीतरगांव स्थित मानसून बताने वाला मंदिर पर्यटकों को खूब लुभा रहा है । शहर में जेके मंदिर ,कांच वाला मंदिर, फूलबाग कानपुर संग्रहालय, इस्कॉन मंदिर, गंगा बैराज घूमने के लिए भी लोग पहुंचते हैं। रिकार्डो के मुताबिक कानपुर शहर में पिछले साल खुला बोट क्लब में भी 10000 से ज्यादा पर्यटक पहुंचे और यहां का आनंद लिया। पर्यटन अधिकारी अर्जिता ओझा ने बताया की आने वाले समय में कानपुर शहर में पर्यटकों की संख्या और तेजी से बढ़ेगी।
अंग्रेजों के जमाने के हेरिटेज भावनाओं को बनाया जाएगा होटल व रिस्ट्रोरेंट
कानपुर शहर अंग्रेजों के जमाने में उनका औद्योगिक केंद्र रहा है ,यहां पर बड़ी-बड़ी और पुरानी इमारतें बनी हुई हैं। पर्यटन विभाग ने यह फैसला लिया है ,कि ऐसे भवन जो हेरिटेज भवन है उनमें रेस्टोरेंट और होटल बनाए जाएंगे। इन भवनों को विकसित कर अध्यात्म, संगीत ,लोक कला से जोड़ने के लिए योजनाएं भी तैयार की जा रही हैं। पुरानी भावनाओं में शहर के 1950 से पहले निर्मित भवन हवेलियां कोठियां शामिल की जाएगी। पर्यटन विभाग में यह भी योजना बनाई है। कि ऐसे स्टूडेंट जो टूरिज्म का कोर्स कर रहे हैं,उनको प्रशिक्षित करने के लिए टूरिस्ट गाइड के तौर पर तैयार किया जाएगा और रिवर क्रूज टूरिज्म यूनिट भी स्थापित की जाएगी।