Report By : Vidya Prakash Bharti (Mirzapur UP)
Mirzapur : गणतंत्र दिवस पर माता विंध्यवासिनी का श्रृंगार तिरंगे के रुप में किया गया। माता विंध्यवासिनी के भव्य रूप और तिरंगे में सजावट देख भक्तों ने माता विंध्यवासिनी के जयकारा के साथ ही भारत माता की जय बोलकर जगत जननी को नमन किया। गणतंत्र दिवस पर जब भारत राष्ट्रीय पर्व मना रहा है । ऐसे में माता विंध्यवासिनी के धाम में पहुंचे भक्त मां के दिव्य भव्य स्वरूप में दर्शन पाकर वह निहाल होते रहे।
माता विंध्यवासिनी के धाम में उनके चार रूपों में प्रतिदिन चार आरती की जाती है । भोर में होने वाली बाल्यावस्था की मंगला आरती में विश्व मोहन मिश्र ने श्रृंगार किया। दोपहर में किशोरावस्था में राजश्री आरती के दौरान तिरंगा श्रृंगार शेखर शरण उपाध्याय ने किया । संध्या काल में होने वाली आरती में रघुवर उपाध्याय ने मां विंध्यवासिनी को तिरंगे स्वरूप में सजाया । शयन आरती के समय शिव जी महाराज ने मां के भव्य स्वरूप को राष्ट्रीय ध्वज की रंग से सजाया। इस दौरान मां के वस्त्र और नैवेद्य भी तिरंगा वाला अर्पित किया गया। मां की आरती भी तीन रंग में रंगे दीपदान से किया गया। धाम में पहुंचे भक्तों ने माता विंध्यवासिनी का जयकारा लगाया। जगत जननी के धाम में पहुंचे भक्तों ने मां का तिरंगे में स्वरूप देख भारत माता की जय बोलने से अपने आपको नहीं रोक पाए।
मां के श्रृंगारिया शिव जी महाराज ने बताया कि जब संपूर्ण भारत राष्ट्रीय पर्वों पर राष्ट्र को नमन करता है । जगत जननी के धाम में आने वाले भक्त मां के तिरंगे स्वरूप का दर्शन करते हैं।
मां के धाम में दर्शन करने के बाद बिहार से आये भक्तों ने प्रसन्नता जताया। कहा कि मां के तिरंगे स्वरूप में दर्शन अविस्मरणीय है। जो कभी भुलाया नहीं जा सकता।