IPS अभय चुडासमा, 1999 बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी, ने सेवा पूरी होने से पहले वॉलेंट्री रिटायरमेंट लिया. उन्होंने फिजिक्स में B.Sc की डिग्री हासिल की थी आईपीएस अधिकारी अभय चुडासमा, जो 1999 बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी हैं, ने हाल ही में वॉलेंट्री रिटायरमेंट ले लिया। उनकी सेवा में मात्र सात महीने बाकी थे, फिर भी उन्होंने यह कदम उठाया। चुडासमा, जो गुजरात के भावनगर से हैं, ने फिजिक्स में B.Sc की डिग्री प्राप्त की और इसके बाद UPSC की परीक्षा पास करके आईपीएस अधिकारी बने चुडासमा का करियर कई महत्वपूर्ण पदों पर रहा है। वह करई पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी, गांधीनगर के प्रमुख रहे, और 2023 में उन्हें गांधीनगर रेंज के इंस्पेक्टर जनरल (IG) के पद से ट्रांसफर कर करई पुलिस एकेडमी का प्रमुख नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्हें एडीजीपी रैंक में पदोन्नति मिली, लेकिन उन्होंने इस पद पर कार्य करना जारी रखा उनका नाम वर्ष 2010 में सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में सुर्खियों में आया था। इस मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था, लेकिन चार साल बाद विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें बरी कर दिया। इसके बाद सरकार ने उन्हें सेवा में पुनः बहाल कर दिया हालांकि, अभय चुडासमा ने हाल ही में अपनी वॉलेंट्री रिटायरमेंट की पुष्टि की, लेकिन इसके पीछे कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। उनका यह निर्णय कई सवाल खड़े करता है, क्योंकि वह एक महत्वपूर्ण पद पर कार्यरत थे और उनकी सेवा में कुछ महीनों का ही समय बचा था। फिर भी, उन्होंने अपने करियर में एक नया मोड़ लिया और अब वह भविष्य के लिए नए रास्ते पर चलने का निर्णय ले चुके हैं चुडासमा की यह कहानी यह दर्शाती है कि कई बार सरकारी सेवा में रहते हुए भी व्यक्ति अपनी इच्छाओं और लक्ष्य के अनुसार रास्ता बदल सकता है
B.Sc. की डिग्री, UPSC क्रैक कर IPS अधिकारी बने, अब ADGP पद से इस्तीफा दिया
IPS अभय चुडासमा, 1999 बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी, ने सेवा पूरी होने से पहले वॉलेंट्री रिटायरमेंट लिया. उन्होंने फिजिक्स में B.Sc की डिग्री हासिल की थी आईपीएस अधिकारी अभय चुडासमा, जो 1999 बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी हैं, ने हाल ही में वॉलेंट्री रिटायरमेंट ले लिया। उनकी सेवा में मात्र सात महीने बाकी थे, फिर भी उन्होंने यह कदम उठाया। चुडासमा, जो गुजरात के भावनगर से हैं, ने फिजिक्स में B.Sc की डिग्री प्राप्त की और इसके बाद UPSC की परीक्षा पास करके आईपीएस अधिकारी बने चुडासमा का करियर कई महत्वपूर्ण पदों पर रहा है। वह करई पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी, गांधीनगर के प्रमुख रहे, और 2023 में उन्हें गांधीनगर रेंज के इंस्पेक्टर जनरल (IG) के पद से ट्रांसफर कर करई पुलिस एकेडमी का प्रमुख नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्हें एडीजीपी रैंक में पदोन्नति मिली, लेकिन उन्होंने इस पद पर कार्य करना जारी रखा उनका नाम वर्ष 2010 में सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में सुर्खियों में आया था। इस मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था, लेकिन चार साल बाद विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें बरी कर दिया। इसके बाद सरकार ने उन्हें सेवा में पुनः बहाल कर दिया हालांकि, अभय चुडासमा ने हाल ही में अपनी वॉलेंट्री रिटायरमेंट की पुष्टि की, लेकिन इसके पीछे कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। उनका यह निर्णय कई सवाल खड़े करता है, क्योंकि वह एक महत्वपूर्ण पद पर कार्यरत थे और उनकी सेवा में कुछ महीनों का ही समय बचा था। फिर भी, उन्होंने अपने करियर में एक नया मोड़ लिया और अब वह भविष्य के लिए नए रास्ते पर चलने का निर्णय ले चुके हैं चुडासमा की यह कहानी यह दर्शाती है कि कई बार सरकारी सेवा में रहते हुए भी व्यक्ति अपनी इच्छाओं और लक्ष्य के अनुसार रास्ता बदल सकता है