नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अवैध कॉलोनाइजरों के गठजोड़ से निजी फाइनेंस कंपनियां 1031 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाने की तैयारी में हैं। 2000 से ज्यादा अवैध कॉलोनियों में 70 हजार से अधिक फ्लैट बन रहे हैं जिनमें खरीदारों के फंसने की आशंका है। बिना एनओसी और मानचित्र के बन रहे इन घरों पर बैंक लोन नहीं देगा जिससे एनबीएफसी कंपनियां अधिक ब्याज दर पर लोन देकर मुनाफा कमाएंगी।
घर बनाने के नाम पर अधिसूचित और मानचित्र स्वीकार हुई परियोजनाओं में अरबों के घोटाले हुए। दो लाख से अधिक खरीदार घर मिलने की राह अभी तक देख रहे हैं। अब अवैध कॉलोनाइजरों के साथ चल रही निजी फाइनेंस कंपनियों की मुनाफा और लूटखोरी खरीदारों को भारी पड़ रही है।
अवैध कॉलोनाइजरों के साथ साठगांठ कर निजी फाइनेंस कंपनियां 1031 करोड़ के मुनाफे के लिए तैयार हैं। यह पैसा खरीदारों का होगा। खरीदे गए घर भी अवैध होंगे और उनको करोड़ों की चपत भी लगेगी