प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम स्थल से 60,000 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की अनेक विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं दूरसंचार, रेलवे, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, कौशल विकास, ग्रामीण आवास आदि क्षेत्रों से संबंधित हैं। कार्यक्रम में ओडिश के राज्यपाल हरि बाबू कमभमपति, मुख्य मंत्री मोहन चरण माझी, आदिवासी मामलों के केन्द्रीय मंती जुआल ओरांव और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। पीएम मोदी ने दूरसंचार नेटवर्क में भारत की उन्नत प्रौद्योगिकी विकास क्षमता की घोषणा करने वाली स्वदेशी तकनीक से निर्मित और देश के विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए 97,500 से अधिक मोबाइल 4जी टावरों का उद्घाटन किया। इस परियोजना की लागत लगभग 37,000 करोड़ रुपए है। इनमें बीएसएनएल द्वारा स्थापित 92,600 से अधिक 4जी तकनीक वाले स्थल शामिल हैं और इनका वित्तपोषण ‘डिजिटल भारत निधि’ के तहत किया गया है।
ये टावर 18,900 से अधिक 4जी साइटों पर लगाए गए हैं और इनसे दूरस्थ, सीमावर्ती और वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों के लगभग 26,700 संपर्कविहीन गांवों को 4जी नेटवर्क सेवा संपर्क से जोड़ा गया है। सरकार का कहना है कि इससे और 20 लाख से अधिक नए ग्राहकों को सेवा प्रदान की जा सकेगी। ये टावर सौर ऊर्जा से संचालित हैं, जिससे ये भारत के सबसे बड़े हरित दूरसंचार स्थलों का समूह बन गए हैं और यह टिकाऊ बुनियादी ढांचे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पीएम मोदी ने इसके अलावा यहीं से कुछ महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित किया। इनमें संबलपुर-सरला में रेल फ्लाईओवर का शिलान्यास, कोरापुट-बैगुडा लाइन के दोहरीकरण और मनाबार-कोरापुट-गोरपुर लाइन का राष्ट्र को समर्पण शामिल है।
प्रधानमंत्री ने बरहामपुर और उधना (सूरत) के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखा कर इस रेल सेवा का शुभारंभ किया । उन्होंने लगभग 11,000 करोड़ रुपये के निवेश से आठ आईआईटी—तिरुपति, पलक्कड़, भिलाई, जम्मू, धारवाड़, जोधपुर, पटना और इंदौर—के विस्तार के लिए रिमोट कंट्रोल दबाकर आधारशिला का अनावरण किया। इससे अगले चार वर्षों में 10,000 नए छात्रों की क्षमता का सृजन होगा। इस परियोजना में आठ अत्याधुनिक अनुसंधान पार्क स्थापित होंगे और देश में नवाचार का पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा और अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा मिलेगा।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर देश भर के 275 राजकीय इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों में गुणवत्ता, न्यायसंगतता, अनुसंधान और नवाचार में सुधार के लिए बनाई गई मेरिट योजना का भी शुभारंभ किया। उन्होंने ओडिशा कौशल विकास परियोजना के दूसरे चरण का भी शिलान्यास किया जिसके तहत संबलपुर और बरहामपुर में विश्व कौशल केंद्र स्थापित किए जाएँगे, जो कृषि प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, खुदरा, समुद्री और आतिथ्य जैसे उभरते क्षेत्रों पर केंद्रित होंगे। इसके अलावा पीएम मोदी ने पांच आईटीआई को उत्कर्ष आईटीआई के उन्नत की योजना का भी शुभारंभ किया तथा 25 आईटीआई को उत्कृष्टता केंद्रों के रूप में विकसित करने का काम भी प्रारंभ हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा में में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 130 उच्च शिक्षा संस्थानों में वाई-फाई सुविधाओं का भी लोकार्पण किया जिससे 2.5 लाख से अधिक छात्रों को प्रतिदिन मुफ्त डेटा सुविधा मिलने लगी है। प्रधानमंत्री ने बरहामपुर स्थित एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और संभलपुर स्थित वीआईएमएसएआर को विश्वस्तरीय सुपर-स्पेशलिटी अस्पतालों में उन्नत करने की आधारशिला भी रखी। उन्होंने अंत्योदय गृह योजना के तहत 50,000 लाभार्थियों को स्वीकृति आदेश वितरित किए।