पंचायत की अध्यक्षता बाबा राम बक्स त्यागी ने की, जबकि संचालन गौतम लोहिया ने किया। पंचायत में नोएडा क्षेत्र के सभी 81 गांवों से किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए। राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल त्यागी ने अधिकारियों को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों से जो वादे किए गए थे, उन्हें 29 अक्टूबर तक पूरा किया जाए, अन्यथा किसान अब आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। नोएडा प्राधिकरण तय करे कि वह किसानों के लिए काम करेगा या किसानों से प्राधिकरण को बंद करवाएगा।
राष्ट्रीय सह-प्रवक्ता गौतम लोहिया ने कहा कि गेझा और याकूबपुर गांव की आबादी के सर्वे रिपोर्ट से किसान असंतुष्ट हैं। उन्होंने मांग की कि सभी 81 गांवों में खसरा वार नया सर्वे कराया जाए। साथ ही, जिन किसानों को न्यायालय के आदेश अनुसार 5% या 10% अतिरिक्त भूखंड या मुआवजा राशि मिलनी है, उन्हें शीघ्र भुगतान या भूखंड आवंटन किया जाए। राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक चौहान ने कहा कि किसानों ने प्राधिकरण को 29 अक्टूबर तक का अंतिम मौका दिया है। अगर तब तक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो किसान नोएडा प्राधिकरण के गेट पर ताला जड़ देंगे। इस मौके पर सुरेंद्र प्रधान, पप्पू प्रधान, डीपी चौहान, सुधीर चौहान, गौतम लोहिया, अशोक चौहान, रामनाथ त्यागी, नरेंद्र त्यागी, डॉक्टर सोमदेव त्यागी, सागर नंबरदार, गजेंद्र बैसोया मौजूद रहे।