Report By-Deepak Kumar Pandey Banda(UP)
यूपी के बांदा की महिला सिविल जज की इच्छा मृत्यु वाली मांग के मामले ने अब तूल पकड़ना शुरू कर दिया है और अब यह मामला राजनीतिक होता जा रहा है। इसी मामले को लेकर कांग्रेस महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष पार्टी के कार्यकर्ताओं को लेकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची और जोरदार प्रदर्शन किया साथ ही महिला सुरक्षा का हवाला देते हुए और मौजूदा सरकार पर सवालिया निशान उठाते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
आपको बताते चले की महिला जज ने सुप्रीम कोर्ट को लिखी चिट्ठी में जो बातें लिखी है वह दिल झझोर देने वाली है और न्याय व्यवस्था में सवालिया निशान खड़े करने वाली है पीड़ित महिला सिविल जज ने इस चिट्ठी के माध्यम से महिलाओं को संदेश भी दिया है कि अब महिलाओं को अत्याचार और प्रताड़ना सहने की आदत डाल लेनी चाहिए क्योंकि जहां न्याय देने वाले को ही न्याय न मिले वहां आम पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलना असंभव है। बस इसी मामले को उठाते हुए कांग्रेस की जिला महिला कमेटी के बैनर तले कांग्रेसियों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट में हल्ला बोल किया और राष्ट्रपति को संबोधित जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस महिला मोर्चा की सीमा खान ने कहा किए अंधो और गूंगो की सरकार है यह लोग केवल दिखावे की राजनीति कर रहे हैं बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ अभियान केवल दिखावे का है जब एक पढ़ी-लिखी और न्याय देने वाली ही एक बेटी खुद न्याय के लिए दर-दर भटक रही है और न्याय किया खत्म होने पर वह इच्छा मृत्यु की मांग कर रही है ऐसे में इस सरकार से कैसे उम्मीद लगाई जाए की महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा यह सरकार कर पाएगी अगर यह पीड़ित महिला सिविल जज नहीं होती तो जरूर अब तक आत्महत्या कर चुकी होती वहीं अगर पीड़ित महिला सिविल जज नहीं आत्महत्या कर ली होती तो क्या होता पीड़ित महिला सिविल जज की चिट्ठी से जो बात उजागर हुई है यह जनता को जानना जरूरी था ताकि उन्हें पता चल पाए कि इस सरकार में उन्हें न्याय नहीं मिलने वाला इसलिए महामहिम राष्ट्रपति से महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा और न्याय की व्यवस्था करने के लिए कांग्रेसियों ने पत्र लिखा है।