Report By : Ranu Anwar Raza Banda (UP)
लेखपाल व कानून गो के कागजों में किसान की जमीन है लेकिन ठेकेदार ने सब जमींन अपनी बता कर रहा खनन जिम्मेदार सिर्फ फोन ही लगाते रह गए। आपको बताते चलें कि मामला जिले के अतर्रा तहसील अतंर्गत महुटा गांव का है जहां मौजूद बागै नदी मे त्रिपाठी कांट्रक्शन का बालू खनन का पट्टा है जहां ठेकेदार की पट्टे की जमीन में खनन करने के लिए है मोरम ही नहीं है तो ठेकेदार किसानों की जमीन की मोरम चोरी कर अवैध खनन कर रहे हैं ।
किसान ने पहले तो मना करने की कोशिश की लेकिन खनन ठेकेदार ने पहले किसान को गीदड़ भभकी देकर भगा दिया और रात के अंधेलें में किसान की जमीन पर अवैध खनन करना शुरू कर दिया और किसान शिकायत न करें इसके लिए किसान के खिलाफ पुलिस में फर्जी शिकायती पत्र दे दिया ताकि किसान डर जाऐ और खनन करने के लिए रोके नहीं पहले तो किसान डरा लेकिन फिर उसने सोचा मैं अगर डर गया तो मेरी जमीन खनन ठेकेदार खा जाऐगा उसने जिले में बैठे बड़े अफसरों के पास पहुंच कर अपना शिकायती पत्र देकर अपनी समस्या बताई अफसरों ने तुरंत अपने यहां कार्यालय से तहसील में बैठे अधिकारियों को किसान की समस्या निस्तारण करने के लिए निर्देश दिए लेकिन वो निर्देष तहसील में बैठे ज़िम्मेदारों ने ठंडे बस्ते में डाल दिया और आनन फानन में खनन ठेकेदार के साथ जमीन की नाप करने पहुंच गए लेकिन पीड़ित किसान को सूचना देना तक उचित नहीं समझा नाप के पहले तक किसान की जमीन कानूनगो, लेखापाल व वैध कागज बताते रहे लेकिन कल हुई नाप के बाद किसान की जमीन मौके से गोल हो गई।
इसके भी पूर्व भी इसी खनन ठेकेदार की खदान का मामला जिले के जिम्मेदारों तक पहुंचा था तब भी ये ठेकेदार इसी तरह किसानों की जमीनों में अवैध खनन करता रहा तभी किसानों की शिकायत पर एक समाचार पत्र ने किसानों की समस्या को प्रमुखता से उजागर किया था और जिले के बड़े जिम्मेदारों ने मामले का तुरंत संज्ञान लिया था और उस समय मौजूद जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक व खनिज अधिकारी मौके पर पहुंच कर खनन माफिया को गलत पाया था और समय से पूर्व ही खनन ठेकेदार की खदान को खनन करने के लिए मना कर दिया था लेकिन इन अफसरों की बदली होते ही त्रिपाठी कांट्रक्शन ने फिर किसानों की जमीनों को कुचलना कर दिया लेकिन अब वो सभी किसानों की जमीन को अपना बता अवैध खनन कर रहा है किसान मजबूर होके खून के आंसू बहाने को मजबूर हैं।