ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में कार्यरत एक अधिकारी को महिला ने अपने जाल में फंसाकर उनसे एक करोड़ 24 लाख 49 हजार 339 रुपए की ठगी कर ली। घटना की रिपोर्ट दर्ज का साइबर क्राइम थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। अपर पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम श्रीमती शैव्या गोयल ने बताया कि बीती रात को बृजपाल सिंह पुत्र ईशानंद सिंह निवासी ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण स्टाफ कॉलोनी बीटा-1 वान ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि करीब 1 वर्ष पूर्व दिव्या शर्मा नामक एक महिला का व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया। जब उन्होंने पूछा कि आप कौन है तो उधर से जवाब आया कि मैंने अपने दोस्त को एक मैसेज भेजा था। गलती से आपको चला गया। कोई बात नहीं। पीड़ित के अनुसार इसी बीच महिला उनसे संपर्क में आ गई, तथा दोनों के बीच बातचीत होने लगी। महिला ने पीड़ित को बताया कि वह मुंबई में एक कंपनी चलाती है।
महिला ने बातों बातों में पीड़ित से कहा कि आप क्या करते हैं। उसने कहा कि मैं एक सरकारी अधिकारी हूं। उसने पूछा कि आपकी क्या इनकम है, तो उन्होंने कहा कि जो एक सरकारी अधिकारी की होती है। महिला ने उनसे कहा कि आप अगर एक वेबसाइट से जुड़ जाए तो आपको कुछ अलग से इनकम हो सकती है। पीड़ित महिला की बातों में आ गए तथा उन्होंने महिला के बताए हुए एक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाया। पीड़ित के अनुसार शुरुआती दौर में उन्होने 40 हजार रुपए लगाया, जो दो दिन बाद 48 हजार रुपए हो गया। पीड़ित को इससे लालच आया तथा उसने 1 फरवरी से लेकर 11 नवंबर तक महिला के बताए हुए ऐप पर इन्वेस्टमेंट किया। पीड़ित के अनुसार उन्होने कुल 1 करोड़ 24 लाख 49 हजार 339 रुपया इन्वेस्ट कर दिया। पीड़ित के अनुसार उनकी रकम एप पर काफी बढ़ी हुई दिखाई दे रही थी। जब उन्होंने अपनी रकम निकालने के लिए कहा तो आरोपियों ने उनसे इनकम टैक्स और अन्य मद में और पैसों की डिमांड की। पीड़ित को शक हुआ तथा उन्होंने बीती रात को थाना साइबर क्राइम में मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि पुलिस मुकदमा दर्ज कर उन एकाउंट्स का पता लग रही है जिसमें रकम ट्रांसफर हुई है।