Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
नोएडा के 29 मेट्रो स्टेशन में 6 स्टेशन के ग्राउंड फ्लोर पर कॉमर्शियल स्पेस को कन्वीनिएंस स्टोर में बदला जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न मेट्रो स्टेशन के बेहतर संचालन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को अपाइंट किया जाएगा। इस योजना से मेट्रो स्टेशन पर मिलने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी । बल्कि एनएमआरसी को राजस्व भी मिलेगा। जिन मेट्रो स्टेशन में कन्वीनिएंस स्टोर बनेंगे उसमें सेक्टर 50, सेक्टर 51, सेक्टर 76, अल्फा वन, डेल्टा वन, ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (ग्नीडा) ऑफिस के स्टेशन शामिल है।
सभी रिक्त कॉमर्शियल स्थान संबंधित मेट्रो स्टेशन के ग्राउंड फ्लोर पर स्टेयरकेस के पास स्थित हैं। इनके ही कायाकल्प की तैयारी की जा रही है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आरएफपी जारी की जाएगी। चयन की जाने वाली कंपनी को 5 साल के लिए लाइसेंस जारी किया जाएगा। जिसमें एक साल का लॉक पीरियड यानी अनिवार्य अवधि सम्मिलित है। प्रदर्शन के आधार पर इसे तीन वर्ष तक बढ़ाया जा सकेगा।
6 मेट्रो स्टेशन में कुल मिलाकर 310 स्कवायर मीटर क्षेत्र को कन्वीनिएंस स्टोर के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। लाइसेंस एग्रीमेंट प्राप्त करने के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों को रिक्त कॉमर्शियल स्थानों के डीटेल्ड प्लान, सेक्शन व एलीवेशन प्लान, आर्किटेक्चरल फ्रंट एलिवेशन, स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी सर्टिफिकेट, क्वालिटी-स्ट्रक्चर सेफ्टी, वर्क सेफ्टी, इलेक्ट्रिक पावर-सैनिटरी व वाटर सप्लाई जैसे विवरण उपलब्ध कराने होंगे।
एनएमआरसी द्वारा आरएफपी फॉर्मेट के आधार पर टेक्निकल व नॉन टेक्निकल जन शक्ति को कॉन्ट्रैक्चुअल बेसिस पर अपाइंट किए जाने को लेकर आवेदन मांगे गए हैं। इस क्रम में जिस एजेंसी को काम दिया जाएगा। वह अनस्किल्ड, सेमी स्किल्ड, हाइली स्क्लिल्ड मैनपावर, क्लैरिकल एडमिन कैडर, जूनियर इंजीनियर व मेंटेनर जैसी पदों पर भर्तियां करके मेट्रो स्टेशन संचालन की कार्यप्रणाली को अच्छा बनाएगा ।