बेमौसम भारी बारिस और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।जमकर हुई ओलावृष्टि से सरसों चना मटर गेंहूँ की फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी है। ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढा दी है। किसान मौसम की मार से पूरी तरह तबाह हो गया है। ओलावृष्टि व बारिस से कमासिन क्षेत्र के मुसीवां गांव तथा उसके आसपास सौहारा पुरवा, दतिनिहा पुरवा, अमिलहा, बढईया पुरवा में किसानों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी है। पत्थर की मार से खेतों में खडी फसल के टुकड़े टुकड़े हो गये। किसानों ने रोते हुए कहा कि हमारी फसल पूरी तरह नष्ट हो जाने से हम भुखमरी की कगार पर पहुंच गये।वहीं सूचना पर पहुंचे राजस्व कर्मी द्वारा खेतों में घूम घूम कर फसलों के हुए नुकसान का निरीक्षण किया गया हल्का लेखपाल संदीप कुमार कैमरे पर यह कहते हुए बोलने से मना कर दिया ।
इस मामले में उच्चाधिकारी ही बतायेंगे लेकिन नुकसान काफी हुआ है इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी जायेगी इसके बाद जो भी होगा मुआवजा दिया जायेगा। इसी दौरान वहीं खेत पर मौजूद किसान जगजीत जैसे ही अपने खेत पर पहुंचा तो गेहूं की नष्ट हुई फसल देखकर दहाड़ मारकर रोते हुए बेसुध होकर गिर पडा वहीं मौजूद लोगों ने उसको उठाकर ढांढस बंधाया। उसने कहा आगे उसकी बेटी की शादी है किसानी ही मेरा एक सहारा था वह भी बर्बाद हो गयी।