महाकुंभ मेले की तैयारियों के बीच शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामुदायिक रसोई “मां की रसोई” का शुभारंभ किया। यह रसोई कुंभ मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं और जरूरतमंदों को मात्र 9 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने इस पहल को समाज सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि यह रसोई महाकुंभ के दौरान आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सहायता करेगी। “मां की रसोई” का उद्देश्य सभी वर्गों के लोगों को सस्ती और पौष्टिक भोजन सेवा प्रदान करना है। इसमें श्रद्धालुओं को निर्धारित शुल्क पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें स्वाद और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है। इस रसोई में भोजन बनाने और वितरण का काम सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित कर्मचारियों और स्वयंसेवकों की टीम तैनात की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रसोई के उद्घाटन के दौरान कहा कि यह रसोई न केवल धार्मिक श्रद्धालुओं की सहायता करेगी, बल्कि इसे कुंभ मेले की व्यवस्थाओं का एक आदर्श उदाहरण भी माना जाएगा। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि इस पहल से समाज के हर वर्ग को लाभ मिलेगा और यह सरकार की लोक-कल्याणकारी सोच का प्रमाण है। “मां की रसोई” के अंतर्गत भोजन मेन्यू में साधारण लेकिन पौष्टिक सामग्री शामिल है। भोजन की तैयारी के लिए स्वच्छता और गुणवत्ता मानकों का पालन किया जाएगा। रसोई के लिए आवश्यक राशन और अन्य सामग्री स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित की गई है, ताकि इस सेवा में किसी भी प्रकार की रुकावट न हो। महाकुंभ मेला, जो विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, 2025 में आयोजित होगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करने और धार्मिक आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रयागराज आएंगे। “मां की रसोई” जैसे प्रयास कुंभ मेले को और भी अधिक सुव्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए अनुकूल बनाएंगे। सरकार ने इस पहल के साथ महाकुंभ की तैयारियों में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है
सीएम योगी ने ‘मां की रसोई’ का उद्घाटन किया, 9 रुपये में मिलेगा भोजन
महाकुंभ मेले की तैयारियों के बीच शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामुदायिक रसोई “मां की रसोई” का शुभारंभ किया। यह रसोई कुंभ मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं और जरूरतमंदों को मात्र 9 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने इस पहल को समाज सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि यह रसोई महाकुंभ के दौरान आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सहायता करेगी। “मां की रसोई” का उद्देश्य सभी वर्गों के लोगों को सस्ती और पौष्टिक भोजन सेवा प्रदान करना है। इसमें श्रद्धालुओं को निर्धारित शुल्क पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें स्वाद और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है। इस रसोई में भोजन बनाने और वितरण का काम सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित कर्मचारियों और स्वयंसेवकों की टीम तैनात की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रसोई के उद्घाटन के दौरान कहा कि यह रसोई न केवल धार्मिक श्रद्धालुओं की सहायता करेगी, बल्कि इसे कुंभ मेले की व्यवस्थाओं का एक आदर्श उदाहरण भी माना जाएगा। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि इस पहल से समाज के हर वर्ग को लाभ मिलेगा और यह सरकार की लोक-कल्याणकारी सोच का प्रमाण है। “मां की रसोई” के अंतर्गत भोजन मेन्यू में साधारण लेकिन पौष्टिक सामग्री शामिल है। भोजन की तैयारी के लिए स्वच्छता और गुणवत्ता मानकों का पालन किया जाएगा। रसोई के लिए आवश्यक राशन और अन्य सामग्री स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित की गई है, ताकि इस सेवा में किसी भी प्रकार की रुकावट न हो। महाकुंभ मेला, जो विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, 2025 में आयोजित होगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करने और धार्मिक आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रयागराज आएंगे। “मां की रसोई” जैसे प्रयास कुंभ मेले को और भी अधिक सुव्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए अनुकूल बनाएंगे। सरकार ने इस पहल के साथ महाकुंभ की तैयारियों में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है