आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू से पंजाब कांग्रेस की लीडरशिप भी नाराज हैं। सिद्धू बिना लीडरशिप को बताए अपनी अलग सभाएं कर रहे हैं। इसको लेकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने उन्हें पहले भी चेतावनी दी थी। दरअसल, पंजाब के रूपनगर में अवैध रेत खनन को रोकने के लिए सिद्धू और अन्य लोगों ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में याचिका दायर की थी। सिद्धू का ये रिएक्शन एनजीटी द्वारा पंजाब सरकार, जिला मजिस्ट्रेट और संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी करने के बाद आई है। आरोप लगाते हुए सिद्धू ने ये कहा…
“यह मामला सिर्फ रोपड़ से नहीं, बल्कि पठानकोट और मोगा से भी आया है और लोगों ने सबूत के साथ चश्मदीद के रूप में गवाही दी है। पंजाब सरकार पर 630 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जिसका उन्होंने भुगतान नहीं किया है। चुनाव से पहले उन्होंने जनता से वादा किया था कि वो हर साल लगभग 20 हजार करोड़ रुपये की वसूली करेगी और इसे पंजाब की महिलाओं के बीच बांटा जाएगा। सिद्धू ने ये भी कहा कि 40 हजार करोड़ रुपये हो गए हैं, लेकिन केवल 300 करोड़ रुपये ही लाभार्थियों तक पहुंचे। इस तरह 39,700 करोड़ रुपये उनकी जेब में चले गए। यह अर्थव्यवस्था से जुड़ा एक गंभीर मामला है। पंजाब के मंत्रियों की नाक के नीचे अवैध रेत खनन चल रहा है। हम यह भी कह सकते हैं कि उनकी सुविधा से अवैध खनन किया जा रहा है।”