राजधानी में हवा की गति सुस्त पड़ने और पारा गिरने से लोगों का सांसों पर संकट बरकरार है। ऐसे में प्रदूषण धीरे-धीरे गंभीर श्रेणी की ओर पहुंच रहा है। दिल्ली में सर्दी की दस्तक के साथ ही वायु प्रदूषण का साया फिर गहरा गया है। ऐसे में रविवार को एक बार फिर हवा खराब श्रेणी में दर्ज की गई। सुबह की शुरुआत धुंध और हल्के कोहरे से हुई, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई। दिनभर आसमान में हल्की स्मॉग की चादर देखने को मिली। इसके चलते सुबह के समय दृश्यता भी कम रही। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 366 दर्ज किया गया, जिसमें शनिवार की तुलना में 63 सूचकांक की वृद्धि दर्ज की गई। इसके अलावा, एनसीआर में दिल्ली के बाद गुरुग्राम की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। यहां एक्यूआई 357 दर्ज किया गया, यह बेहद खराब श्रेणी है। वहीं, गाजियाबाद में 351, नोएडा में 348 और ग्रेटर नोएडा में 340 एक्यूआई दर्ज किया गया। इसके अलावा, फरीदाबाद की हाला सबसे साफ रही। यहां सूचकांक 215 दर्ज किया गया। यह हवा की खराब श्रेणी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान बुधवार तक हवा बेहद खराब श्रेणी में बरकरार रहेगी। इसके चलते सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, लोगों को आंखों में जलन जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। सीपीसीबी के अनुसार, रविवार को हवा उत्तर-पश्चिम दिशा से 15 किलोमीटर प्रतिघंटे के गति से चली। वहीं, अनुमानित अधिकतम मिश्रण गहराई 2050 मीटर रही। इसके अलावा वेंटिलेशन इंडेक्स 16000 मीटर प्रति वर्ग सेकंड रहा। दूसरी ओर, दोपहर तीन बजे हवा में पीएम10 की मात्रा 329.7 और पीएम2.5 198 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई। कई मॉनिटरिंग स्टेशनों पर गंभीर श्रेणी में रही हवा
सीपीसीबी के अनुसार, राजधानी के कई मॉनिटरिंग स्टेशनों पर हवा की श्रेणी गंभीर में रिकॉर्ड की गई, जबकि कुछ इलाकों में एक्यूआई बेहद खराब रहा। वजीरपुर में 418, विवेक विहार में 402, आरके पुरम में 401, रोहिणी में 396, अशोक विहार में 395, आनंद विहार 391, अलीपुर 363, द्वारका सेक्टर-8 में 392 समेत 14 इलाकों में एक्यूआई 350 के ऊपर दर्ज किया गया। दीपावली के बाद से दिल्ली में कई इलाकों में एक्यूआई ‘खराब’ और बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है, जबकि ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान-2 (ग्रेप-2) के प्रतिबंध अब भी लागू हैं।

