Report By : ICN Network
कानपुर में रुपयों के लेनदेन के मामले में हार्डवेयर कारोबारी को बर्बरता से पीटकर मरणासन्न करने के मामले में निलंबित दरोगा पर गैर इरादतन हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज किया गया। दरोगा से शिकायत करने वाले व्यापारी को भी मामले में नामजद किया गया है। गुजैनी ए ब्लॉक निवासी ऋतिक गुप्ता नौबस्ता हंसपुरम में हार्डवेयर व प्लाई वुड का कारोबार करते हैं।
छोटे भाई शिवा ने बताया कि वर्ष 2020 में हार्डवेयर का ही काम करने वाले नौबस्ता यशोदा नगर निवासी सौरभ भदौरिया ने चकेरी के लाल बंगला के एक व्यापारी को तीन लाख का सामान दिया था, जिसमें ऋतिक गारंटर बने थे। व्यापारी की ओर दी गई चेक बाउंस होने पर सौरभ ऋतिक पर रुपये देने का दबाव बनाने लगा था। इसके बाद सौरभ ने नौबस्ता थाने में शिकायत की थी। जिसके बाद बीती 19 जनवरी को नौबस्ता थाने में तैनात दरोगा वीरेश यादव हंसपुरम स्थित दुकान आकर अभद्रता कर चले गए। शिवा ने बताया कि बीते 25 दिसंबर को दरोगा वीरेश कुमार ने ऋतिक को थाने बुलाया था। ऋतिक छोटे भाई शिवा के साथ थाने पहुंचा, जहां दरोगा ने शिवा को भगा दिया। इसके बाद ऋतिक को थाने की पहली मंजिल पर बने कमरे में ले जाकर बेल्टों व पट्टों से पिटाई की। हालत बिगड़ने पर दरोगा भागते हुए नीचे आया और मामले की जानकारी शिवा को दी। शिवा ऊपर पहुंचा तो देखा ऋतिक जमीन पर पड़ा तड़प रहा था। जिसके बाद दरोगा वीरेश कुमार ऋतिक को लेकर अस्पताल पहुंचा था। मामला प्रकाश में आने के बाद एडीसीपी अंकिता शर्मा ने उच्च अधिकारियों को सूचना देकर दरोगा को निलंबित कर दिया था। वहीं न्याय संघर्ष समिति के अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता व व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर दरोगा पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। इसके बाद मंगलवार को दरोगा वीरेश यादव व सौरभ भदौरिया पर गैर इरादतन हत्या के प्रयास, मारपीट, धमकी की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। एडीसीपी अंकिता शर्मा ने बताया कि कारोबारी के छोटे भाई की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।