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UK-उत्तराखंड लापता बेटे की याद में बूढी मां की आंखों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे, 93 साल की माँ को अपने बेटे के लौट आने का इंतजार कर रही है

जिस मां के लिए जवान बेटे बुढ़ापे में सहारा बन कर कंधे से कंधा मिलाकर बुढ़ापे की लाठी बनते हैं इस मां को अपने बेटे के लापता होजाने का दुख आज भी झंझोड़ रहा है विमला देवी पत्नी भजन सिंह रावत निवासी केंद्रीय कॉलोनी कालागढ़ तहसील कोटद्वार जिला पौड़ी गढ़वाल का कहना है कि की लगभग 6 वर्ष पूर्व उनका बेटा दिनेश चंद रावत घर से बाहर गया लेकिन वापस घर नहीं लौटा। 6 वर्ष से दिनेश की माताजी दिनेश के लौटने का इंतजार कर रहे हैं। जो बेटा बुढ़ापे में उनका सहारा बनता लेकिन ना जाने कहा गुम हो गया आज वह इस बेटे का इंतजार कर रही है दिनेश की माता विमला 93 वर्ष की हो चुकी है विमला देवी ने अपने पति भजन सिंह की मृत्यु के बाद अपने बेटे को अपने बुढ़ापे का सहारा समझा लेकिन वह 6 वर्ष पहले ही लापता हो गया दिनेश की माता विमला जी का कहना है कि उन्होंने अपने बेटे को खोजने के लिए पुलिस में कई बार शिकायत की लेकिन आज तक उनकी किसी ने कोई मदद नहीं की आज हालात यह है कि उनको बड़ी दिक्कत मजबूरी के साथ अपने जीवन को जीने के लिए बड़े कठिनाइयों का सामना करना पड़ा रहा है। 93 वर्ष की उम्र में विमला देवी को अपने गुर्जर बसर बकरियां चराकर कर गुजारा करना पड़ाता है अपने गुजरे भत्ते के लिए उन्होंने कई बार विधवा पेंशन वृद्धा पेंशन सहायता के लिए कई बार मदद की गुहार लगाई। फार्म भरे विधवा पेंशन, सहायता पेंशन पाने के लिए धनराशि भी खर्च की। इसी आस में की सरकार से कोई मदद हो जाए लेकिन किसी प्रकार से किसी ने उनकी कोई मदद नहीं की ।

एक तरफ उनके बुढ़ापे में पति का गम दूसरी तरफ जवान बेटे का गम की दास्तान सुनाते सुनाते विमला देवी जी की आंखों में आंसू भर भर गए इस बूढी मां का सहारा उनका जवान बेटा दिनेश चंद रावत उम्र 50 वर्ष किन वादियों में न जाने कहां गुम हो गया दिनेश चंद्र रावत के साथियों ने दिनेश चंद्र रावत की दास्तान सुनाई उनके साथी असलम, अकरम, लाल अग्रवाल, मोहम्मद इरशाद आदि लोगों का कहना था कि दिनेश चंद रावत पढ़ने में तेज तर्रार था 1988 में हाई स्कूल 1990 में इंटरमीडिएट की पढ़ाई इंटरमीडिएट कॉलेज कालागढ़ से की इंटर करने के पश्चात दिनेश चंद्र रावत ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व कालागढ़ के वन्य जीव प्रशिक्षण केंद्र में डेलीवेज के पद पर नियुक्ति की कई साल तक नौकरी करने के पश्चात विभाग के कुछ कर्मचारियों अधिकारियों ने दिनेश को योजनाबध तरीके से नौकरी से बाहर निकाल दिया नौकरी से निकल जाने पर दिनेश की पत्नी नाराज होकर एक बेटी को लेकर अपने मायके चली गई जिससे दिनेश और तनाव में रहने लगा स्थिति तनावपूर्ण होने के चल के कारण दिनेश का संतुलन बिगड़ गया और वह घर से 6 वर्ष पूर्व लापता हो गया दिनेश के माताजी विमला देवी अपने बेटे को पाने के लिए बेकरार है और उनके इंतजार में विमला देवी का रो-रो कर बुरा हाल है उनका छोटा बेटा चरण सिंह जैसे तैसे स्वास्थ्य खराब होने के चलते कुछ मेहनत मजदूरी कर अपनी माता जी के साथ गुजर बसर कर रहा है लेकिन आज तक शासन प्रशासन ने विमला देवी जी की कोई मदद नहीं की यह एक विडंबना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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