Report By-Vibhoo Mishra Ghaziabad (UP)
यूपी के गाजियाबाद शहर में सबसे बड़ा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा। इसके लिए नंदी पार्क के सामने 50 हजार वर्गमीटर जमीन चिह्नित कर ली गई है। नगर निगम के निर्माण विभाग ने मिट्टी की
जांच के लिए नमूना ले लिया है। स्पोर्ट्स कांप्लेक्स की डीपीआर तैयार कराई जा रही है। जल्द ही शासन को मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। इसमें सभी खेलों को ध्यान में रखकर निर्माण कराया जाएगा।
नगर निगम शहर में खेलकूद के स्तर में सुधार के लिए बुनियादी सुविधाओं पर लगातार काम कर रहा है।
निगम ने 6 माह पहले आरडीसी फ्लाईओवर के नीचे भी स्पोर्ट्स कंपलेक्स तैयार कराया था। शहर के पार्कों में 18 ओपन जिम भी लगाए गए हैं। नगर निगम खिलाड़ियों को शहर के सबसे बड़े स्पोर्ट्स कांप्लेक्स की सौगात देने जा रहा है। नंदी पार्क के सामने खाली मैदान पर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण मिट्टी की ताकत की रिपोर्ट आने पर शुरू होगा। नगर निगम डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रहा है। अगले माह तक डीपीआर तैयार हो जाएगी। इसके बाद उसे मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा। प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत यह स्पोर्ट्स कंपलेक्स बनाया जाएगा।
खिलाड़ियों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
खिलाड़ी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में विभिन्न खेलों का अभ्यास कर सकेंगे, जिसमें वॉलीबॉल, क्रिकेट, बास्केटबॉल, बैडमिंटन आदि शामिल होंगे। सभी खेल के अलग-अलग कोच भी रहेंगे। कंपलेक्स बनने के बाद खिलाड़ियों को काफी राहत मिलेगी और उनके खेल में भी सुधार होगा। शहर में अलग-अलग खेलों के लिए दो बड़े स्टेडियम हैं, जिनमें महामाया स्टेडियम और नेहरू स्टेडियम है, लेकिन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बन जाने से विभिन्न खेलों के लिए खिलाड़ियों को अभ्यास करने की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। नगर निगम द्वारा बनाए जाने वाले स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में कई प्रकार की
सुविधाएं भी मिलेंगी।
आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए होगा फ्री
निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एनके चौधरी ने बताया कि स्पोर्ट्स कांपलेक्स बनने का प्रस्ताव तैयार हो गया है। उन्होंने बताया कि आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चे स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में निःशुल्क अभ्यास करेंगे। अन्य बच्चों के लिए फीस स्पोर्ट्स कंपलेक्स बनने के बाद तय की जाएगी। किसी भी खिलाड़ी से ज्यादा फीस नहीं ली जाएगी। शहर में स्पोर्ट्स कांपलेक्स बनेगा, इसकी डीपीआर तैयार कराई जा रही है। मिट्टी की ताकत देखने के लिए जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। स्वीकृति के लिए डीपीआर जल्द शासन को भेजी जाएगी।