Report By- Ganesh Kumar Sonbhadra(UP)
यूपी के सोनभद्र जिले के युवा किसान पारंपरिक खेती के साथ- साथ मत्स्य पालन से लाखों का मुनाफा अर्जित कर रहे हैं। मत्स्य पालन ले लिए मत्स्य विभाग ने इन्हें न सिर्फ अनुदान मुहैया कराया है बल्कि तकनीकी सहायता भी दे रहा है। नीली क्रांति योजना के तहत पहले से ही किसान मत्स्य पालन कर रहे हैं। वहीं अब प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत लगभग जिले के पंद्रह से अधिक किसान अनुदान का लाभ लेकर मत्स्य पालन और बिक्री कर रहे हैं। लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं और साथ ही आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं। सदर विकास खंड के लखनवार गांव के युवा किसान विमलेश यादव मछली पालन करके न सिर्फ आत्मनिर्भर बने हैं बल्कि लाखों का मुनाफा भी कमा रहे हैं। इस समय वे पांच तालाब में मछली का पालन कर रहें है जो चार बीघे में है। वही किसान बताते है कि मत्स्य विभाग की नीली क्रांति योजना के तहत वर्ष 2017-18 से मछली के बीज का पालन शुरू किया था। इसके लिए मत्स्य विभाग द्वारा उन्हें तालाब खोदने के लिए 60% का अनुदान दिया गया था। लगभग 2 वर्ष बाद वह कोलकाता से फंगास/प्यासी मछली का बीज बनाकर मछली पालन करने लगे।