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UP-ब्लैक डायमंड तस्करी का पुलिस ने किया भण्डाफोड़,7 माफिया चढ़े पुलिस के हत्थे

यूपी के सोनभद्र जिले में करीब 10 साल सें भी अधिक समय से ब्लैक डायमंड तस्करी का साम्राज्य जमाए अंतर्राज्यीय गिरोह के लोगों पर पुलिस ने बड़ी चोट की है। 33 टन चोरी का कोयला लदे ट्रक को कब्जे में लेने के साथ ही, इस गिरोह का संचालन करने वाले सरगना सहित छह को गिरफ्तार कर लिया गया है। चार की तलाश की जा रही है। पकड़े गए तस्करों और गिरोह के कर्ता-धर्ताओं के पास से फर्जी कोल भंडारण, फर्जी ट्रांजिट परमिट से जुड़े कई कागजात बरामद किए गए हैं।

पकड़े गए तस्करों का पूछताछ के बाद चालान कर दिया गया हैं। वहीं फरार चल रहे, चिन्हित तस्करों की तलाश करने के साथ ही, पूछताछ में मिली जानकारियों के आधार पर आगे की छानबीन जारी है। पुलिस ने प्रेस वार्ता कर बताया की कोयला तस्करी को लेकर मिल रही सूचनाओं-शिकायतों को देखते हुए, एसपी डॉ. यशवीर सिंह की तरफ से उन्हें और क्षेत्राधिकारी नगर राहुल पांडेय को कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए थे। इसी कड़ी में चोपन पुलिस ने मिली सूचना के आधार पर रविवार की देर रात अटल आवासीय विद्यालय गुरमरा के पास वाराणसी- शक्तिनगर राजमार्ग पर, तस्करी से जुड़े छह व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के साथ ही, उनके लोकेशन पर आगे बढ़ रहे 33 टन चोरी का कोयला लदे ट्रक को कब्जे में ले लिया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह ने कहा कि आरोपी जिस कार में सवार थे उसे भी कब्जे में लेकर तलाशी ली गई। उसमें रखा तीन कूटरचित टेक्स इनवाइस/ई-वे बिल/ इलेक्ट्रानिक ट्रांजिट पास सहित अन्य सामग्रियां बरामद की गई। मामले में थाना चोपन पर धारा 379, 411, 419, 420, 467, 468, 471, 120बी आईपीसी और धारा 3 लोक सम्पत्ति क्षति निवारण अधिनियम 1984 के तहत मामला दर्ज कर, आरोपियों से कड़ी पूछताछ की गई तो पता चला कि इस गिरोह का जाल यूपी-एमपी दोनों जगह फैला हुआ है। कुछ इस तरह संचालित हो रहा था कोल तस्करी का रैकेट
पूछताछ में आरोपियों से जो पुलिस के जानकारी मिली, उसके मुताबिक रिहंद राज नायडू बगैर रजिस्ट्रेशन के, सोनभद्र से सटे, एमपी के बैढन अवैध कोल डिपो चलाता है और कोयला खदानों से निकलने वाली गाडियों के ड्राइवर/ खलासी से संपर्क कर चोरी से 1500 रूपये प्रति टन के हिसाब से कोयला खरीद कर अपने कोल डिपो में स्टोर करता था। वहां से कोयले की निकासी के लिए प्रति टन पांच सौ लेकर कृषि विज्ञान केंद्र बैढ़न के पास रहने वाला शुभम पांडेय कोयला परिवहन का फर्जी व कूट रचित कागजात बनवाकर देता है। इसके बाद कूटरचित कागजातों के जरिए चोरी के कोयले को करीब 5000 से 6000 रूपये प्रति टन के हिसाब से जगह-जगह आपूर्ति कर दी जाती है।

ब्लैक डायमंड तस्करी के मामले में पुलिस ने कहा की कोयला परिवहन का फर्जी कागजात तैयार करवाकर उपलब्ध करवाने वाले शुभम पांडेय पुत्र रमाकांत पाण्डेय निवासी नीयर कृषि विज्ञान केंद्र, तहसील गोपड बनस जिला सीधी, मध्यप्रदेश के अलावा पुलिस ट्रक चालक राजीव कुमार निवासी झारोकला, थाना दुद्धी, ट्रक स्वामी शिवकुमार सिंह पुत्र सोहन लाल सिंह निवासी लोहरा, पुलिस चौकी सुकृत, कोतवाली राबर्ट्सगंज और एसपी मार्का ईट उद्योग इकौना, साहबगंज, चंदौली के स्वामी की तलाश में जुटी हुई है। इसके अलावा राकेश मिश्रा और विशंभर यादव कोयला खरीदारों से संपर्क करते हैं। वहीं, प्रभात कुमार सिंह, संजय कुमार दूबे और प्रेमशंकर पांडेय आदि खरीदारी का आर्डर दिलाने के साथ ही अधिकारियों का एक दूसरे का लोकेशन देकर, कोयले की गाड़ियों को पास कराते हैं। इनकी आपसी बातचीत पकड़ में न आने पाए, इसके लिए व्हाटएसएप काल के जरिए एक दूसरे से संपर्क साधा जाता है। वही इस मामले में रिहंद राज नायडू उर्फ रेंट पुत्र अशोक राज नायडू, निवासी एचएससीएल कालोनी, अनपरा, .प्रेमप्रकाश पांडेय पुत्र उमाशंकर पांडेय, निवासी विशुनपुरा, थाना गढ़वा, झारखंड, हाल पता डिबुलगंज, थाना अनपरा, .प्रभात कुमार सिंह पुत्र श्रीराम सिंह, निवासी चिनिया रोड आईटीआई के पीछे, थाना गढ़वा, झारखंड हालपता डिबुलगंज, थाना अनपरा, संजय कुमार दूबे पुत्र रामजी दूबे निवासी वार्ड दो डिबुलगंज, थाना अनपरा, विशंभर यादव उर्फ संजीव पुत्र रामधीरज यादव निवासी रामनरायनपुर, थाना जमनियां, गाजीपुर, हाल पता औड़ी मोड़, थाना अनपरा, राकेश कुमार मिश्रा उर्फ गोली गौतम पुत्र अवधेश कुमार मिश्रा निवासी ब्रम्हनगर लखन कालोनी, थाना अतर्रा, बांदा, हाल पता औड़ी मोड़, थाना अनपरा सोनभद्र को गिरफ्तार किया गया है।

By ICN Network

Ankit Srivastav (Editor in Chief )

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