संघ लोक सेवा आयोग ने पिछले वित्तीय वर्ष के लिए 17 जनवरी को डीपीसी कराने की तारीख दी है। पिछले वर्ष के लिए 15 रिक्तियां प्रदेश को मिली हैं। प्रदेश सरकार केंद्र से इस वर्ष की रिक्तियां भी घोषित करने की मांग करेगी। ऐसे में दोनों चयन वर्ष के लिए एक साथ डीपीसी कराने का प्रस्ताव भी आयोग में भेजा जा सकता है उत्तर प्रदेश के 30 पीसीएस अधिकारियों को जल्द ही आईएएस में पदोन्नति मिलने की संभावना है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने पिछले वित्तीय वर्ष के लिए 17 जनवरी को विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक निर्धारित की है। प्रदेश को पिछले वर्ष के लिए 15 रिक्तियां आवंटित की गई थीं, जिनके आधार पर डीपीसी होनी थी, लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। अब प्रदेश सरकार केंद्र से इस वर्ष की रिक्तियां भी घोषित करने का अनुरोध करेगी। योजना है कि पिछले और इस वर्ष की रिक्तियों के लिए डीपीसी एक साथ आयोजित की जाए। यदि केंद्र सरकार से अनुमति मिलती है, तो दोनों वर्षों की डीपीसी एक साथ हो सकती है। अन्यथा, 17 जनवरी को केवल 15 अधिकारियों की पदोन्नति के लिए डीपीसी आयोजित होगी। सिपाही भर्ती प्रक्रिया में तेजी
उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती प्रक्रिया भी फरवरी में तेजी पकड़ेगी। 60,244 पदों के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा (दौड़) फरवरी के दूसरे सप्ताह में शुरू होने की संभावना है। अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच और शारीरिक मानक परीक्षण (डीवी/पीएसटी) 26 दिसंबर से शुरू हुआ था, जो 7 फरवरी तक पूरा हो जाएगा। भर्ती बोर्ड ने महाकुंभ के कारण प्रयागराज में डीवी/पीएसटी की तिथियों में बदलाव किया। अब ये 28, 29 और 30 जनवरी के स्थान पर 5, 6 और 7 फरवरी को होंगी। डीवी/पीएसटी में सफल अभ्यर्थियों को दौड़ के लिए बुलाया जाएगा। भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा ने बताया कि दौड़ की विस्तृत जानकारी जल्द ही बोर्ड की वेबसाइट पर साझा की जाएगी। दौड़ प्रक्रिया पूरी होने के बाद सिपाही भर्ती का अंतिम परिणाम घोषित किया जाएगा। यह यूपी पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी सिपाही भर्ती मानी जा रही है