Report By : Umesh Chandra Fatehpur (UP)
यूपी के फतेहपुर जिले के सुल्तानपुर घोष थाना अंतर्गत आम जनता की गाढी कमाई हड़प कर करोड़ों रूपये के गबन मामले में फरार चल रहे 25 हज़ार का इनामिया खजुरियापुर मजरे ऐराया सादात गांव निवासी राजेश मौर्य पुत्र मंगल मौर्य (41 वर्ष) को पुलिस ने एसटीएफ की मदद से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस के अनुसार राजेश मौर्य अपनी पहचान छुपाने के लिए दाढ़ी बढ़ाकर वेशभूषा बदल लिया था और अपना नाम भी राज सिंह पुत्र मंगल सिंह निवासी 516/7 नेहरू नगर जनपद इंदौर मध्य प्रदेश दस्तावेजों में दर्ज करा लिया था।पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया गबन का आरोपी सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के कर्मेपुर गांव आया था, जिसे एसटीएफ की मदद से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है।
पुलिस के अनुसार आम जनता की गाढी कमाई हड़प कर फरार चल रहा राजेश मौर्य काफी शातिर किस्म का व्यक्ति है। पुलिस ने बताया कि राजेश मौर्य के खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में करीब एक दर्जन मुकदमे दर्ज है जिसमें फतेहपुर के सुल्तानपुर घोष थाने में तीन, प्रयागराज के झूँसी, नैनी, कोतवाली में पांच, कौशांबी में एक, मिर्जापुर में एक व लखनऊ में एक मुकदमा दर्ज है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़ा गया अभियुक्त राजेश मौर्य वर्ष 2007 में इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई भाग गया जहां पर मार्केटिंग का काम करने के बाद वापस लौटा और एक स्वयंसेवी संस्था का इलाहाबाद रजिस्ट्रार कार्यालय में पंजीयन कराया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राजेश मौर्य ने कोचिंग पढ़ने वाले शिक्षकों से मीटिंग कर साबुन तेल मंजन अगरबत्ती आदि का बिजनेस शुरू करने का सुझाव देते हुए अपने चिर परिचित व्यक्तियों से व्यापार में पैसा लगाने का सुझाव दिया जिस पर सब लोग सहमत हो गए और करीब 50 लाख का प्रोजेक्ट तैयार किया गया। नए-नए लोगों को राजेश मौर्य विभिन्न तरह के व्यापारों के बारे में जानकारी बता कर प्रलोभन देता था और इस तरह उसने करीब 33 लाख रुपया इकट्ठा कर लिया। इसी दौरान इनकम टैक्स अधिकारियों ने राजेश मौर्य की कंपनी पर छापा मार दिया जहां से उसे 33 लख रुपए बरामद हुए जिसका व्यवरा राजेश मौर्य नहीं दे पाया और कंपनी को घाटा हो जाने की बात कह कर पुनः पैसा लगाने के लिए कहने लगा। राजेश मौर्य ने कुछ लोगों को बड़ा प्रलोभन देकर और अधिक लोगों को जोड़ने के लिए कहने लगा जिस पर धीरे-धीरे करके उसके पास काफी लोग एकत्र हो गए। केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं पड़ोसी मध्य प्रदेश में भी इसने अपनी संस्था का प्रचार प्रसार किया और तीन गुना चार गुना तक पैसा वापस करने की बात कह कर ठगी का शिकार बनाता रहा। इस तरह हजारों ग्रामीणों का करोंडो रुपये लेकर फरार हो गया था जिस पर पुलिस ने 25000 रु का इनाम घोषित कर दिया था वंही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया लेकिन सवाल आज भी वही है कि लोगों का पैसा देगा कौन।