वहीं दूसरी तरफ अब राजनीति के चर्चा का बाजार इस बात तो लेकर गर्म है कि एलजेपी रामविलास की पार्टी ने कहा है कि हम बहुत धोखा खा चुके हैं, अब नहीं खायेंगे। बीजेपी बड़ी पार्टी है इसलिए वो सीटों पर एडजस्ट कर सकती है। लेकिन हम अगर सीट पर समझौता करें तो हमारे पास जगह कहां बचती है? नीतीश कुमार के आने के बाद बीजेपी समझौता करे लेकिन हम नहीं करेंगे। बात यहीं नहीं खत्म हुई उन्होंने ये भी कहा अगर बात नहीं मानी गई तो फिर 2020 की तरह 17 जेडीयू कोटे की सीट और 6 हमारी सीट यानी 23 सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे। विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी हम ऐसा ही करेंगे लेकिन किसी कीमत पर प्रधानमंत्री मोदी को नहीं छोड़ेंगे। आरजेडी के साथ जाने की किसी तरह की कोई संभावना नहीं। राजनीतिक गलियारे में चर्चा ये भी है कि चिराग पासवान चाहते है कि बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट एजेंडे को भी सरकार के एजेंडे में शामिल किया जाए। अगर नीतीश कुमार नहीं अड़े तो तो एक प्लेटफार्म पर आने में उनको कोई दिक्कत नहीं। हमारी मांग है कि हमारे कोटे की सीट हमें मिले। बीजेपी जिसको लाना है लाए लेकिन हमारी सीटों की संख्या में कमी न हो।
Bihar Politics : शाह से मुलाकात के बाद बदल गए चिराग पासवान के सुर, कहा- नीतीश कुमार मंजूर लेकिन…
वहीं दूसरी तरफ अब राजनीति के चर्चा का बाजार इस बात तो लेकर गर्म है कि एलजेपी रामविलास की पार्टी ने कहा है कि हम बहुत धोखा खा चुके हैं, अब नहीं खायेंगे। बीजेपी बड़ी पार्टी है इसलिए वो सीटों पर एडजस्ट कर सकती है। लेकिन हम अगर सीट पर समझौता करें तो हमारे पास जगह कहां बचती है? नीतीश कुमार के आने के बाद बीजेपी समझौता करे लेकिन हम नहीं करेंगे। बात यहीं नहीं खत्म हुई उन्होंने ये भी कहा अगर बात नहीं मानी गई तो फिर 2020 की तरह 17 जेडीयू कोटे की सीट और 6 हमारी सीट यानी 23 सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे। विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी हम ऐसा ही करेंगे लेकिन किसी कीमत पर प्रधानमंत्री मोदी को नहीं छोड़ेंगे। आरजेडी के साथ जाने की किसी तरह की कोई संभावना नहीं। राजनीतिक गलियारे में चर्चा ये भी है कि चिराग पासवान चाहते है कि बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट एजेंडे को भी सरकार के एजेंडे में शामिल किया जाए। अगर नीतीश कुमार नहीं अड़े तो तो एक प्लेटफार्म पर आने में उनको कोई दिक्कत नहीं। हमारी मांग है कि हमारे कोटे की सीट हमें मिले। बीजेपी जिसको लाना है लाए लेकिन हमारी सीटों की संख्या में कमी न हो।