Report By : Himanshu Garg (UP Politics)
2024 लोकसभा चुनाव नजदीक है। यूपी में समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव सेफ हिंदू पॉलिटिक्स खेलते हुए 80 में से 80 सीटें जीतने का दावा कर रहे है। लेकिन सपा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य आए दिन हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान देते नजर आ रहे है। इसी क्रम में एक बार फिर मौर्य ने अयोध्या में हुए भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कहा कि पत्थर में प्राण प्रतिष्ठा करने से वह सजीव हो सकता है तो फिर मुर्दे क्यों नहीं चल सकते। बता दें ये बयान उन्होंने मंच से बोलते हुए कर्पूरी ठाकुर के जन्मशताब्दी कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में दिया है।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि देश में बेरोजगारी पर चर्चा ना हो इसलिए ऐसे ड्रामे का उपयोग किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने भी इस कार्यक्रम से दूरी बनाई क्योंकि उनको भी दिल्ली में हुए अपने अपमान की याद थी। भगवान राम तो हजारों साल से पूजे जा रहे हैं और जिसकी पूजा हजारों साल से करोड़ों लोग कर रहे हैं तो उसके अंदर प्राण प्रतिष्ठा करने की जरूरत क्या है। आज सत्ता में बैठे हुए लोग अपने पाप को छुपाने के लिए इस तरह के ड्रामा का सहारा ले रहे हैं।
सपा नेता ने कहा कि वाकई में अगर यह धार्मिक अनुष्ठान होता तो इसमें चारों शंकराचार्य होते और देश के राष्ट्रपति आमंत्रित होने के बाद भी यहां नहीं आई। इसलिए क्योंकि वह पूर्व में हुए अपने अपमान का घूंट भूल नहीं पाई है। यह कार्यक्रम सिर्फ भारतीय जनता पार्टी का बनकर रह गया। क्योंकि पूरे कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद, भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के लोग ही कर रहे थे।