Report By : ICN Network
दिल्ली के निगम बोध घाट के पास रिंग रोड पर स्थित मल्टीलेवल पार्किंग, जिसे यातायात की समस्या को हल करने के लिए करोड़ों रुपये की लागत से बनाया गया था, अब भी बेकार पड़ी हुई है। इस पार्किंग में रोजाना मुश्किल से 15-20 गाड़ियाँ ही पार्क होती हैं, जबकि इसकी क्षमता 95 गाड़ियों की है। इसका मुख्य कारण यह है कि लोग मुफ्त में सड़क किनारे पार्किंग करना पसंद करते हैं, जिससे यह पार्किंग अधूरी पड़ी रहती है और रिंग रोड पर जाम की समस्या जस की तस बनी रहती है।
पार्किंग के संचालकों का कहना है कि पार्किंग में कोई तकनीकी समस्या नहीं है, लेकिन लोग शुल्क देने के बजाय मुफ्त पार्किंग को प्राथमिकता देते हैं। इसके अलावा, हनुमान मंदिर में आने वाले श्रद्धालु श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोगों से अलग होते हैं, जिससे पार्किंग का उपयोग और भी कम हो जाता है।
इस स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि दिल्ली में मल्टीलेवल पार्किंग की योजनाएँ सफल नहीं हो पा रही हैं, क्योंकि लोग मुफ्त पार्किंग को प्राथमिकता देते हैं और इन सुविधाओं का पूरा उपयोग नहीं कर रहे हैं।