Report By : ICN Network
हाल ही में, श्रीनगर से दिल्ली के बीच हवाई यात्रा की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जिससे स्थानीय निवासियों और पर्यटकों में चिंता का माहौल है। हालांकि जम्मू-कश्मीर सरकार ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से किराए नियंत्रित करने की अपील की थी, लेकिन मंत्रालय ने इसे बाजार की आपूर्ति और मांग के सिद्धांतों के तहत बताया है, जिससे राज्य सरकार की मांग को खारिज कर दिया गया है।
कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (KCCI) ने आरोप लगाया है कि कुछ एयरलाइंस और टिकट ऑपरेटर मिलकर हवाई किराए बढ़ा रहे हैं, जिससे स्थानीय निवासियों, छात्रों और मरीजों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ रहा है। इस अप्रत्याशित वृद्धि से पर्यटन उद्योग भी प्रभावित हो रहा है, क्योंकि उच्च किराए के कारण पर्यटक अपनी यात्रा रद्द कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि हवाई यात्रा की बढ़ती कीमतों का मुख्य कारण एयरलाइंस द्वारा उड़ानों की संख्या में कमी और बाजार में प्रतिस्पर्धा की कमी है। उदाहरण के लिए, गो फर्स्ट एयरलाइन की विफलता के बाद दिल्ली-लेह मार्ग पर हवाई किराए में 125% की वृद्धि हुई है।
इस स्थिति में, जम्मू-कश्मीर सरकार ने एयरलाइंस से उड़ानों की संख्या बढ़ाने और टिकटों की कीमतों में संतुलन बनाए रखने की अपील की है, ताकि यात्रियों को उचित दरों पर यात्रा की सुविधा मिल सके।