इस राजनीतिक घमासान के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नीतीश के गठबंधन से अलग होने से इंडिया गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता नीतीश कुमार और उन्हें नचाने वालों को जवाब देगी। कांग्रेस नेता ने नीतीश को अवसरवादी करार देते हुए कहा कि वक्त के साथ नीतीश अना रंग बदलते रहते हैं। ममता बनर्जी का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि प्राथमिकता बीजेपी और आरएसएस की विचारधार को खत्म करना है। ये सिर्फ एक चुनावी प्रतियोगिता नहीं बल्कि एक वैचारिक प्रतियोगिता है। ऐसे में जब चुनाव आएगा तो ममता बनर्जी का उद्देश्य बीजेपी को हराना होगा, कांग्रेस का लक्ष्य भी बीजेपी को हराना ही है, इसलिए हम एकजुट हैं। इंडिया गठबंधन एक लोकतांत्रिक गठबंधन
कांग्रेस नेता ने ये भी कहा कि टीएमसी और कांग्रेस दोनों ही तरफ से बातें होती रहती हैं। इंडिया गठबंधन एक लोकतांत्रिक गठबंधन है जिसमें कोई एक तंत्र का तोप नहीं चलाता। लोकतांत्रिक गठबंधन में लोग अपने विचार रखते हैं। ममता बनर्जी से कई बार कहा है कि टीएमसी इंडिया गठबंधन का एक अंग है। मेरा मानना है कि टीएमसी सिर्फ एक अंग ही नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। वहीं जब पत्रकारों ने ये पूछे कि क्या इंडिया का भविष्य दांव पर है ? इस सवाल का जवाब देते हुए में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव में इंडिया का भविष्य दांव पर है, इंडिया ग्रुप का नहीं। अगर बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा देश में जारी रहेगी तो एक समाज के रूप में, एक देश के रूप में भारत का भविष्य दांव पर है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि इंडिया ग्रुप के 27 पार्टियों का भविष्य दांव पर है। उन्होंने कहा कि भारत की विचारधारा, भारत के संविधान की साख दांव पर है।