Report By : ICN Network
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कहा है कि अब जंगली जानवरों और कीड़ों के हमलों को भी राज्य आपदा की श्रेणी में शामिल किया जाएगा। इसका मतलब है कि ऐसे हमलों से प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। यह नई नीति खासतौर पर उन ग्रामीण और वनवासी इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए राहत की खबर है, जहां जंगली जानवर और कीड़े-कटाई बहुत आम समस्या हैं।
सरकार ने यह निर्णय लोकसभा के एक हालिया रिपोर्ट के आधार पर लिया है, जिसमें जंगली जानवरों के हमलों से होने वाली हानि को गंभीरता से लिया गया है। इससे पहले ऐसे मामलों को आपदा में शामिल नहीं किया जाता था, जिससे पीड़ितों को राहत मिलना मुश्किल होता था।
इस नई व्यवस्था के तहत, अगर किसी व्यक्ति को जंगली जानवरों या विषैले कीड़ों के हमले के कारण चोट लगती है या जान-माल का नुकसान होता है, तो वह मुआवजा पाने के लिए आवेदन कर सकता है। प्रशासन इस मामले की जांच कर उचित राशि का भुगतान करेगा।
यूपी सरकार का यह कदम वन्य जीवन से प्रभावित समुदायों को सुरक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए उठाया गया है। इससे स्थानीय लोगों को प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ बेहतर सुरक्षा मिलेगी और उनकी जीवन शैली में सुधार होगा।
सरकार ने कहा है कि यह नीति जल्द ही प्रभावी कर दी जाएगी और संबंधित विभाग इस दिशा में आवश्यक कदम उठा रहे हैं ताकि मुआवजा प्रक्रिया को सुगम बनाया जा सके।